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ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे ने कहा- पिता पर गर्व, परिवार कभी स’त्ता का भू’खा नहीं रहा

मध्य प्रदेश में इस वक्त सि’यासी भू’चाल आ गया है। कभी कांग्रेस के चहे’ते रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी पार्टी का दा’मन छो’ड़ दिया है। सूत्रों का कहना है कि वे आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को रा’स नहीं आ रहा है और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता उनके इस निर्णय की क’ड़ी आ’लोचना कर रहे हैं।

लेकिन दूसरी तरफ अपने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छो’ड़ने पर उनके बेटे महाआर्यमन सिंधिया ने समर्थन किया है और इसके लिए उन्होंने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि, उन्हें अपने पिता पर गर्व है। देखा जाए तो एक विरासत से इ’स्तीफा देना आसान नहीं होता है। इतिहास इस बात का गवाह है कि मेरा परिवार कभी भी स’त्ता का भू’खा नहीं रहा है। हम भविष्य में मध्य प्रदेश और भारत को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।

आपको बता दें, कांग्रेस छो’ड़ने की बात खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर जानकारी दी है। ज्योतिरादित्य सिंधा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इ’स्तीफा सौंपा था। उन्होंने पत्र में लिखा कि ‘मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्ती’फा दे रहा हूं। आपको यह अच्छी तरह पता है कि पिछले 1 साल से इस्ती’फे के हा’लात बन रहे थे। मैं पार्टी में रह कर जनता की सेवा नहीं कर पा रहा था।’

मालूम हो कि, मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। इसमें से दो विधायकों का नि’धन हो चुका है। ऐसे में मौजूदा समय में कुल विधायकों की संख्या 228 बच गई है। इसमें से फिलहाल कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसमें से 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक सपा विधायक हैं। मौजूदा समय में मध्य प्रदेश में सरकार बनाने क लिए कुल 115 का जादुई आकंडा चाहिए। जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास कुल 105 विधायक हैं।