New Delhi: जैसा कि भारत सरकार ने आज को लॉकडाउन के अगले चरण को लेकर बनाई योजनाओं की घोषणा कर दी है। बता दें कि आज सुबह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लगे लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की है। वहीं दुबई एयरपोर्ट के अंदर फंसे 19 भारतीयों को वहां अटके हुए 21 दिन पूरे हो गए है।
21 दिन तक फंसे भारतीय लोग अब इंतजार करके पूरी तरह से थक गए है, अब सभी भारतीय अपने स्वदेश और अपने घर लौट आने के लिए बहुत ही बैचेन है। एयरपोर्ट पर फंसे ये 19 भारतीयों ने गल्फ न्यूज के साथ अपनी बैचनी और आपबीति के बारे में बताया है। बता दें कि ये लोग दूसरे देश से दुबई आए थे ताकि वो लोग यहां से भारत के लिए फ्लाइट पकड़कर घर लौट जाए। लेकिन अब ये लोग 21 दिन से यहीं फंसे हुए है।
इन 19 भारतीय में से कुछ यूरोप से आए थे और बाकी जगहों से दुबई से उड़ान भरने के लिए आए थे। 20 मार्च और 21 मार्च को एयरलाइन के अधिकारियों द्वारा भारत में ट्रेवल बैन की एक सीरीज लगाए जाने के बाद बोर्डिंग गेटों को बंद कर दिया गया था और UAE में सभी तरह के वीजा रद्द होने के बाद एयरपोर्ट से बाहर भी नहीं निकल सकते हैं।
जिसके बाद ये लोग कुछ दिन तक एयरपोर्ट के वेटिंग टर्मिनल के अंदर अपने दिन-रात को गुजारा। जिसके बाद इन लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट हुआ। जिसमें ये सभी लोग नेगेटिव पाए गए। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट से होटल में जाने के लिए मंजूरी दे दी गई थी।
हालांकि, दुबई एयरपोर्ट के अंदर फंसे समूह के सदस्यों का कहना है कि आराम ही एक ऐसी चीज है जो यह जान सकता है कि वे कब वापस लौट सकते हैं। एयरपोर्ट के अंदर फंसे IT ऑफिसर अरुण सिंह ने कहा “25 दिनों के लिए, मैं धूप में नहीं निकला हूँ या ताज़ी हवा महसूस कर रहा हूँ। हवाई अड्डे को ज्यादातर बंद कर दिया जाता है, खाना के लिए एक रेस्तरां तक जाने के लिए थोड़ा ट्रेवल करते है उसको छोड़कर, हम अपने कमरों तक ही सीमित रहते हैं। ”
वहीं गुड़गांव में एक मल्टी इंटरनेशनल दीपक के ऑफिर दीपक गुप्ता ने कहा कि वह अपनी पत्नी के लिए सबसे ज्यादा चिंतित है क्योंकि वह प्रेग्नेंट है और घर वापस आ गई है। 19 भारतीयों के साथ-साथ उन सैकड़ों भारतीयों का मुद्दा है जो वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात के शहरों में फंसे हुए हैं, जिन्हें जल्द ही उनके स्वदेश लौटने की बहुत आवश्यकता है।