New Delhi: इन दिनों भारत सरकार वंदे भारत मिशन के तहत दूसरे देशों में फंसे अपने नागरिकों को वापस वतन लाने का काम कर रही है। सरकार ने इस मिशन के अब तक 2 फेज को काफी अच्छी तरह से पूरा किया है। इस समय वंदे भारत मिशन का तीसरा फेज चल रहा है। जिसके तहत दुनिया के कई देशों से भारतीयों को वापस लाया जा रहा हैं।
लेकिन हाल ही में इस मिशन की एक फ्लाइट में एक व्यक्ति के म’रने की खबर आई हैं। नेशनल एविशन कंपनी ने बताया है कि 42 साल के एक व्यक्ति की रविवार को लोगास से मुबंई आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में ही अचानक मौ’त हो गई है।
ये फ्लाइट वंदे भारत मिशन का ही हिस्सा थी। ये फ्लाइट मिशन के अनुसार की कोरोना वायरस के कहर के बीच दूसरे देशों मे फंसे भारतीय नागरिकों को भारत वापस लाने के लिए भारत सरकार के स्पेशल फ्लाइट्स का संचालन के तहत काम कर रही थी। एयर इंडिया की फ्लाइट AI 1906 शनिवार को इंडियन स्टेंडट टाइम के अकोर्डिंग शाम के 7 बजे नाइजीरिया के शहर लागोस एयरपोर्ट से अपनी उड़ान भरी थी। जो रविवार की सुबह 3:45 बजे मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड हुई थी।
फ्लाइट के चालक टीम के साथ एक डॉक्टर भी मौजूद थे, उस डॉक्टर ने 42 साल के पैसेंजर की जान बचाने के लिए अपनी सारी कोशिश की थी। एयर इंडिया के प्रवक्ता के कहे अनुसार, 13 जून लागोस में मुबंई आने वाली फ्लाइट AI 1906 में सवार एक यात्री की प्राकृतिक कारणों से मौ’त हो गई है। पहले तो अचानक बेहोश होकर प्लेन की फर्श पर गिर गए पड़े थे। हमारी फ्लाइट के चालक टीम के साथ एक डॉक्टर भी थे, जिन्हे एमरजंसी हैल्थ कंडिशन को संभालने के लिए पूरी तरह से ट्रेनिंग दी गई थी। डॉक्टर ने उस 42 साल के पैसेंजर को बेहोशी से उठाने और बचाने के लिए पूरी कोशिश की थी। लेकिन सब व्यर्थ थी। “