किसी भी टीम को सही दिशा में ले जाने का काम टीम के कप्तान का ही होता है। क्रिकेट में कप्तान एक सेनापति की भूमिका निभाता नजर आता है। जिसके नेतृत्व में टीम आगे बढ़ने के लिए उत्साहित होती है और कप्तान के दिमाग से ही जीत का रास्ता प्रशस्त होता है।
बाकी के अन्य खिलाड़ी भी अहम भूमिका निभाते हैं मगर कप्तान का काम फील्ड के अंदर और बाहर खिलाड़ियों को खेल के प्रति इमानदार बनाने और उनमें जोश भरने का काम होता है। मान लीजिए अगर कोई भी टीम कोई ट्रॉफी जीती है तो उसका अधिक क्रेडिट कप्तान को जाता है मगर जब टीम हारती है तो भी उसी को दोषी माना जाता है।
ऐसे में हम आज विश्व क्रिकेट इतिहास की उन पांच सबसे सफल कप्तानों के बारे में इस आर्टिकल के जरिए आपको बताएंगे जिन्हें अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान अच्छी खासी सफलता मिली है।
1-रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting)
रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान है। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दो बार वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती थी। पहले साल 2003 का वर्ल्ड कप और फिर 2007 का वर्ल्ड कप। जिस समय रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ऑस्ट्रेलियाई टीम की अगुवाई कर रहे थे उस समय ऑस्ट्रेलिया टीम को मात देना किसी भी टीम के लिए टेढ़ी खीर साबित होता था।
इससे पूर्व दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने साल 2002 से 2012 के बीच 230 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलिया की टीम की अगुवाई की थी इस दौरान आस्ट्रेलिया की टीम को 165 मैचों में जीत मिली थी और महज 51 मुकाबलों में हार का मुंह देखना पड़ा था। इसके अतिरिक्त रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने 77 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की थी जिसमें से ऑस्ट्रेलियाई टीम को 48 जीत मिली थी। रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) सबसे अधिक वनडे जीतने वाले कप्तान भी हैं।
2-स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming)
न्यूजीलैंड टीम के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) सबसे अधिक वनडे मुकाबलों में टीम का नेतृत्व करने के मामले में दूसरे नंबर पर आते हैं। इस कीवी कप्तान ने अपनी प्रदर्शन की बदौलत टीम को कई मुकाबले जिताए हैं।
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने 1997 से 2007 तक न्यूजीलैंड टीम की अगुवाई करते हुए 218 मैच खेले के। जिनमें से न्यूजीलैंड की टीम को 98 मैचों में जीत मिली थी और 106 में शिकस्त का सामना करना पड़ा था। जबकि अगर टेस्ट फॉरमैट की बात करें तो उनकी कप्तानी में न्यूजीलैंड की टीम ने 80 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें से 28 जीते थे और 27 में हार का सामना करना पड़ा था।
3-एमएस धोनी (Ms Dhoni)
भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Ms Dhoni) कैप्टन कूल के नाम से जाने जाते थे। इस पूर्व विकेटकीपर कप्तान ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को अपने नेतृत्व कौशल की बदौलत भारतीय टीम को कई मुकाबलों में जीत दिलाई है।
महेंद्र सिंह धोनी (Ms Dhoni) आईसीसी द्वारा आयोजित किए जाने वाले बड़े टूर्नामेंट की तीनों ट्रॉफियां टीम इंडिया को जीता चुके हैं। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने अपनी अगुवाई में टीम इंडिया को साल 2007 का T20 वर्ल्ड कप 2011 का वनडे वर्ल्ड कप और 2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी दिलाई थी।
धोनी (Ms Dhoni) ने टीम इंडिया की वनडे फॉर्मेट में 200 मैचों में कप्तानी की थी जिसमें से टीम को 110 मैचों में जीत मिली थी। मगर यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में खास सफलता नहीं अर्जित कर पाया। एम एस धोनी (Ms Dhoni) की कप्तानी में टीम इंडिया को इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया की सरजमी पर 4_0 से हार का मुंह देखना पड़ा था। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने कुल 60 टेस्ट मैच खेले थे जिनमें से भारतीय टीम के हिस्से में 27 जीत ही आई थी।
4-स्टीव वॉ (Steve Waugh)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी स्टीव वॉ (Steve Waugh) विश्व के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों की लिस्ट में पहले नंबर पर आते हैं। इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने 57 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की अगुवाई की है जिनमें से टीम को 41 मैचों में जीत मिली थी। उनके दौर में ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी खतरनाक मानी जाती थी।
स्टीव वॉ (Steve Waugh) की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने साल 1999 का वनडे वर्ल्ड कप पाकिस्तान की टीम को शिकस्त देकर जीता था। स्टीव वॉ ने 106 एकदिवसीय मैचों में टीम की कप्तानी की थी जिसमें सिर्फ टीम ने 67 में जीत हासिल की थी।
5- ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith)
ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith) दक्षिण अफ्रीका टीम के पूर्व कप्तान है। इस अफ्रीकी खिलाड़ी की गिनती दुनिया के दिग्गज कप्तानों की लिस्ट में होती है। ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith)ने कप्तान के तौर पर सबसे अधिक टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 109 टेस्ट मैचों में टीम की कमान संभाली है। जिसमें से उनकी कप्तानी में अफ्रीका की टीम ने 53 टेस्ट जीत हासिल की है।
इसके अतिरिक्त उनकी अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 150 वनडे खेलकर 92 वनडे जीत भी हासिल की हैं। लेकिन ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith) के क्रिकेट कैरियर की सबसे निराशाजनक बात यह है कि उनकी अगुवाई में साउथ अफ्रीका की टीम एक भी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई।