शॉर्ट लेग पर फील्डिंग के वक्त खिलाड़ी के हेलमेट पर लगाया जायेगा कैमरा, भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट में होगा प्रयोग

भारत और इंग्लैंड के बीच आज से बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में पांचवा टेस्ट खेला जायेगा, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। भारतीय समयानुसार ढाई बजे टॉस होगा और तीन बजे से मैच शुरू हो जायेग। वहीं, इंग्लैंड और भारत के बीच एजबेस्टन टेस्ट के कवरेज के दौरान बॉडकास्टर एक अनोखा प्रयोग करने की तैयारी में है। इसके अनुसार इंग्लैंड के बल्लेबाज और बेहतरीन फील्डर ओली पोप के हैलमेट पर शॉर्ट लेग पर फील्डिंग करते समय कैमरा लगा होगा। इस प्रयोग को करने के लिये पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने मंजूरी दे दी है।

टेस्ट मैच का आधिकारिक प्रसारक को उम्मीद है कि इससे दर्शकों को मैच का अलग अनुभव मिलेगा और उन्हें अलग एंगल से क्रिकेट का लुत्फ मिलेगा। हालांकि, कैमरे में आवाज कैद नहीं होगी। इसलिए प्रशंसकों को शोर नहीं सुनाई देगा। स्काई ने इससे पहले पिछले साल द हंड्रेड के पहले सत्र के दौरान इसी तरह का अनोखा प्रयोग किया था। विकेटकीपर-बल्लेबाज टॉम मूरेस ने विकेटकीपिंग करते हुए हेलमेट पर कैमरा लगाया था।

खबरों की माने तो एजबेस्टन मैदान पर गुरुवार, 30 जून को इंग्लैंड टीम नेट्स के दौरान इसे आजमाया गया। बिग बैश लीग में भी इसे आजमाया गया था और तब कैमरे बल्लेबाजों के हेलमेट पर कैमरे लगाए गए थे। इस बीच, ईसीबी ने पांचवें टेस्ट के लिए इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी है। कप्तान बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली टीम में अनुभवी जेम्स एंडरसन शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में 650 विकेट पूरे किए हैं।

जानकारी के लिये बता दें कि कोरोना संक्रमित होने के कारण टीम इंडिया के नियमित कप्तान रोहित शर्मा इस मैच में नहीं खेलेंगे। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टीम की कप्तानी संभालेंगे। ऋषभ पंत उपकप्तान होंगे। टीम इंडिया पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है। यह मैच कोविड-19 मामले आने के कारण पिछले साल सितंबर में स्थगित हो गया था।

मेजबान टीम शानदार फॉर्म में चल रही है। हाल ही में टीम ने न्यूजीलैंड को टेस्ट सीरीज में हराया है। बेन स्टोक्स ने कहा है कि उन्हें पता है कि भारत को हराने के लिए किस चीज की जरूरत है, लेकिन उन्होंने जोर दिया कि यह उनके लिए एक मैच जीतने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अपने खेल की शैली से टेस्ट क्रिकेट को नया रूप देने की कोशिश में जुटे हैं।