आज टी20I विश्व कप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हरा कर 13 साल बाद फाइनल में जगह बनाई हैं। अब पाकिस्तान का मुकाबला इंग्लैंड और इंडिया ने बीच होने वाले मैच के विजेता से 13 नवंबर को होगा। न्यूजीलैंड को मिली इस हार का सबसे बड़ा कारण कप्तान केन विलियमसन की ये गलती रही।
केन विलियमसन की ये गलती बनी कीवी टीम के हार का कारण
Biggest issue about Kane Williamson’s innings was the slow start. Powerplay runs have been crucial at the SCG throughout the World Cup; Williamson was 13 off 13 with no boundaries after the first six
— Matt Roller (@mroller98) November 9, 2022
न्यूजीलैंड ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उनका ये फैसला गलत साबित हुआ क्योंकि न्यूजीलैंड ने पहले ही ओवर में फिन एलेन का महत्वपूर्ण विकेट गवां दिया। उसके बाद खासकर कैप्टन केन द्वारा पावरप्ले में बहुत ही निराशाजनक बल्लेबाजी की गई। किसी भी टीम के लिए पावरप्ले सबसे अहम रहता है।
बल्लेबाजी टीम इसमें ज्यादा से ज्यादा रन बनाने का प्रयास करती हैं। मगर केन ने पावरप्ले में 13 गेंदों में केवल 13 रन बनाए। इतना ही नहीं इस दौरान उनके बल्ले से एक भी चौका नहीं आया। जिसके चलते कीवी टीम पावरप्ले में केवल 38 रन बना पाई।
इस धीमे शुरुआत के बाद भी केन के बैटिंग में कोई बदलाव नहीं आया। उम्मीद थी केन सेट होने के बाद तेज गति से रन बनाएंगे। पर डेथ ओवर (16) अपना विकेट गवां जाने से पहले उन्होंने 42 गेंद पर केवल 46 रन बनाए।
जिसके चलते दारिल मिचेल के 150 की स्ट्राइक रेट से बने अर्धशतक के बावजूद कीवी टीम केवल 152 रन बना सकी। ज्यादा रन ने बना पाना ही टीम के हार का कारण बनी।
बाबर आज़म और मोहम्मद रिजवान ने लगाए अर्धशतक, टीम को आसानी से दिलाई जीत
Well played, Babar Azam – 53 runs from 42 balls in the Semi-final, he was under huge pressure after below par performance in the Group stage. pic.twitter.com/LzYSiBI9Mm
— Johns. (@CricCrazyJohns) November 9, 2022
इस टूर्नामेंट में फ्लॉप चल रहे पाकिस्तानी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और बाबर आज़म ने सेमीफाइनल में अर्धशतकीय पारी खेल टीम को जीत के करीब ला दिया।
अंत के ओवरों में मोहम्मद हैरिस की बल्लेबाजी के चलते पाकिस्तान की टीम ने आसानी से अपना लक्ष्य हासिल किया। अगर विलियमसन ने तेज गति से बल्लेबाजी की होती तो कीवी टीम बोर्ड पर कम से कम 175 रन लगा सकती थी और ये मैच भी उनके नाम हो सकता था।
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