वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब 5 से 7.5 लाख रुपये की कमाई तक 10 फीसदी टैक्स देना होगा। इसके अलाव 10 से 12.5 लाख रुपये की कमाई तक 20 फीसदी टैक्स देना होगा। वहीं 12.5-15 लाख रुपये तक की कमाई तक 25 फीसदी टैक्स देना होगा।
जानिए नई टैक्स स्लैब- 5% – 2.5 – 5 लाख कमाई पर, 10% – 5-7.5 लाख कमाई पर, 15% – 7.5 – 10 लाख कमाई पर, 20% – 10 – 12.5 लाख कमाई पर, 25% – 12.5 – 15 लाख कमाई पर, 30% – 15 लाख और अधिक से ऊपर की कमाई पर
वहीं किसानों के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हमारी सरकार की ओर से किसानों के लिए कई बड़ी योजनाओं को लागू किया गया है। इसके साथ ही हमारी सरकार का लक्ष्य किसानों की आय दोगुना करना है। इसके लिए किसानों के लिए बाजार खोलने की जरूरत है, ताकि उनकी आय बढ़ सके। यहीं वजह है कि हमारी सरकार किसानों के लिए 16 सूत्रीय फॉर्मूले का ऐलान करती है, जिससे किसानों को फायदा पहुंचाएगा। अब दूध, मां’स, मछली समेत ख’राब होने वाली योजनाओं के लिए किसान रेल भी चलाई जाएगी।
जानें बजट का इतिहास- भारत में बजट सबसे पहले ईस्ट इंडिया कंपनी ने शुरू किया था। इसे सात अप्रैल 1860 में पेश किया था। इस बजट को जेम्स विल्सन ने पेश किया था। यहीं वजह है कि जेम्स विल्सन को भारतीय बजट के संस्थापक के तौर पर जाना जाता है।
वहीं अगर आजाद भारत के समय पेश किए गए सबसे पहले बजट की बात किया जाए तो इसे सबसे पहले तत्कालीन वित्त मंत्री आरके षणमुखम शेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था, जबकि गणतंत्र भारत का पहला बजट 28 फरवरी 1950 को जॉन मथाई ने पेश किया था।वहीं भारत के इतिहास में सर्वाधिक बजट मोरारजी देसाई पेश कर चुके हैं। उन्होंने अब तक कुल 10 बार देश का बजट पेश किया है। इसके बाद नाम पी. चिदंबरम का आता है। उन्होंने कुल 8 बार बजट पेश किया है। इसके बाद प्रणब मुखर्जी, यशवंत सिन्हा, वाईबी चव्हाण और सीडी देशमुख ने 7-7 बार संसद में देश का बजट पेश किया।