New Delhi: भारत में पिछले एक महीने से लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में कई छोटे गांव के लोग बड़े शहरों में कमाने के लिए गए थे और लॉकडाउन की वजह से वहीं फंस गए है। हालांकि कई लोगों ने अपने घर की ओर जाने की यात्रा पैदल ही तय कर ली थी। ऐसे में कुछ राज्य सरकारों ने अपने यहां के लोगों को बस के सहारे वापस बुला लिया है, वहीं कुछ राज्य सरकार लॉकडाउन का हवाला देकर अपने लोगों को नहीं बुला रहे है।
वहीं इसी बीच केंद्रीय मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जगहो पर फंसे मजदूर, टूरिस्ट, स्टूडेंट और बाकी कई लोगों को अपने घर वापस जाने की इजाजत दे दी है। इंडियन होम मिनिस्ट्री के रिलीज किए गए आदेश में साफ बताया गया हैं कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अब अपने यहां फंसे दूसरे राज्यों के लोगों को उनके प्रदेश व घर भेज पाएगे।
इसके अलावा होम मिनिस्ट्री ने सभी राज्य सरकारों के लिए एक गाइडलाइन भी जारी की है, जिसके तहत ही उन्हें अपने नागरिकों लाने और दूरसे राज्य के नागरिकों भेजने काम करना है। 1. सभी राज्य इस काम को करने से पहले नोडल अथॉरिटीज नामित करेंगे। इसके बाद ये अथॉरिटीज अपने राज्य में फंसे लोगो का पंजीकरण करेगी।
वहीं जिन राज्यों के बीच लोगों का आना जाना होना है वहीं अथॉरिटिज आपस में कॉन्टेक्ट करेंगी। फिर रोड के साहरे लोगों का आना जाना होगा। 2. वहीं जो लोग दूसरे राज्य में जाना चाहेगे उनकी बकायदा स्क्रीनिंग होगी, स्क्रीनिंग के दौरान अगर उस व्यक्ति में कोरोना को नहीं लक्षण नहीं दिखत हैं तो ही उसे जाने इजाजत होगी।
3. दूसरे राज्यों में आने जाने के लिए लोगो को बस की सुविधा दी जाएगी। उन बसो को पहले पूरा सेनेटाइज किया जाएगा, इसके साथ ही बस मे सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के अनुसार लोगों को बैठाया जाएगा। 4. कोई भी राज्य इन बसों को आपने बॉडर से जाने से नही रोकेगा। 5. मंजिल पर पहुंचने के बाद उन लोगों की लोकल हेल्थ अथॉरिटीज पूरी जांच करेगी। 6. ऐसे लोगों को आरोग्य सेतु का यूज करना होगा।