बिहार राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस चुनाव को लेकर राज्य की सभी पार्टियां अपने अपने स्तर पर तैयारी करने में जुटी हुई है। इसी बीच बिहार के वैशाली जिले में संशोधित नागरिक’ता कानून के समर्थन में आयोजित की गई रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बड़ा ऐ’लान किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में अगला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही ल’ड़ा जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के इस बयान के बाद अब लगभग साफ हो चुका है कि बिहार राज्य में विधानसभा के चुनाव में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगी। दरअसल बीते कुछ दिनों से यह अ’फ’वाह चल रही रही थी क्या नीतीश कुमार की पार्टी बीजेपी से अल’ग हो सकती है। क्या नीतीश कुमार सभी सीटों पर अकेले अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को ख’ड़ा कर सकते हैं। इन सवालों के जवाब गृह मंत्री अमित शाह के ऐलान के बाद ख’त्म हो चुका है और यह पूरी तरह से निश्चित हो गया कि बिहार विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़े’गी।
वहीं बिहार के वैशाली जिले में संबोधित किए गए रैली में अमित शाह ने कहा कि विपक्षी दल नागरिकता संशोध’न कानून पर लोगों को गुम’राह कर रही है। इस कानून की वजह से किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी। नागरिकता संशोधन कानून का मकसद उन लोगों की मदद के लिए है, जिनकी आंखों के सामने उनकी संपत्ति छी’न ली गई है और पू’जा स्थलों को अप’वित्र कर दिया गया है, जिसके बाद वे भारत आए।
जानकारी के लिए आपको बता दें, अक्टूबर और नवंबर के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव होना प्रस्तावित है। ऐसे में अभी से ही राज्य की चुनाव के लिए भी सियासी बिसाटत बिछना शुरू हो चुकी है। खैर अब यह देखना दिलचस्प हो गया है कि आने वाले समय में बिहार राज्य की राजनीति किस ओर करवट लेती है।