New Delhi: लखनऊ के घंटाघर इलाके में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ वि’रोध प्रद’र्शन करने के लिए बैठी महिला प्रदर्शनका’रियों ने नोवल कोरोना वायर’स के प्रकोप से एहतियात के तौर पर एरिया में सीआ’रपीसी की धारा 144 लागू होने के बावजूद हटने से इनकार कर दिया था, हालांकि महिलाएं तब मानी ,जब पुलिस बलों ने उन्हें देश की हा’लात समझाने की कोशिश की और उन्हें ध’रने से हटने के लिए आग्रह किया।
बता दें कि लखनऊ के घंटाघर पर पीछले कई से दिनों मुस्लिम महिलाएं caa के खिलाफ धर’ना दे रही थी। कल जनता क’र्फ्यू के दौरान भी ये महिलाएं धर’ना पर बैठी हुई थी। लेकिन अब कोरोना वा’यरस के वजह से इन महिलाओं ने अपने इस ध’रने को कुछ दिनों के लिए पॉसपोन्ड कर दिया है। घंटाघर पर ध’रना देने बैठी महिलाओं का कहना हैं कि एक बार बस कोरोना को हरा दे वो खत्म हो जाए। उसके बाद हम फिर से दोबारा धरने पर बैठ जाएगें। लखनऊ से पहले चैन्नई में भी caa और nrc के खिलाफ चल रहे सभी धर’ना प्रदर्शन कोरोना वायरस की वजह से खत्म हुए थे।
बता दें कि कोरोना वाय’रस के फैलाव को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश में 16 जिलों को लॉकडाउन किया गया है। उत्तर प्रदेश के इन जिलों में आगरा, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत,बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर और सहारनपुर शामिल हैं। इन जिलों में 25 मार्च तक लॉकडाउन रहेगा।
लॉकडाउन के दौरान यूपी पुलिस इन जिलों की प्रेट्रोलिंग का ध्यान रखेगी। यूपी पुलिस को योगी सरकार की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि वो लोग prb 112 की करीब 3000 चार पहिया गाड़ी और 1500 दो पहिया गाड़ी चलाने वालों टीम को जरूरत का समान पहुंचाने मदद करेगे। ताकी प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को किसी भी चिज की कोई दिक्कत ना हो।