जम्मू कश्मीर पुलिस ने आज बड़ी कामयाबी हासिल की। दरअसल कुल’गाम में चेकिंग के दौरान हि’ज्बुल के दो आतं’कियों के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डीएसपी को भी गिरफ्ता’र किया गया। बताया जा रहा है डीएसपी देविंदर सिंह राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं। उन्होंने कई बड़े ऑ’परेशन को सफलतापूर्वक किया है। इसी वजह से उन्हें इंस्पेक्ट’र से प्रमोट होकर डीएसपी पद दिया गया था।
सू’त्रों के मुताबिक जब जम्मू कश्मीर की पुलिस शनिवार दोपहर कुलगा’म जिले में एक नाका लगाकर चेकिंग कर रही थी। तभी डीआईजी अतुल गोयल के नेतृत्व में सुरक्षाब;लों की टीम ने एक कार को रो’का। इस कार में दो आतं’कियों के साथ डीएसपी देविंदर सिंह भी सवार थे। पक’ड़े गए आतंकि’यों के नाम सैयद नवीद मुश्ता’क उर्फ नवीद बाबू है। यह हिज’बुल का टॉप कमां’डर है वहीं दूसरा आतं’की का नाम आसिफ राथर है, जिसने 3 साल पहले ही आतं’की संगठन में शामिल हुआ था। दोनों शो’पियां के रहने वाले थे, फिलहाल सुर’क्षा एजेंसी उन आतंकि’यों संग डीएसपी देविंदर को गिरफ्तार कर जांच कर रही है और यह पता लगा रही है कि आखिर डीएसपी देविंदर सिंह का आ’तंकियों के साथ किस तरह का कनेक्शन है।
गौरतलब है कि डीएसपी देविंदर सिंह को बीते साल 15 अगस्त के दिन राष्ट्रपति पुलिस मेडल से नवाजा गया था। उनकी तैनाती मौजूदा समय में श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर थी। उन्हें एं’टी टे’रर ऑप’रेशन के बाद प्रमोट करके डीएसपी बनाया गया था, हालांकि बाद में वसू’ली के आरोप में देवेंद्र सिंह को एसओजी से अलग कर दिया गया था, लेकिन कुछ समय तक स’स्पेंड होने के बाद उन्हें एक बार फिर से श्रीनगर पीसीआर में तैना’ती मिल गई और पिछले साल श्रीनगर एयरपोर्ट पर तैनात किया गया।
सू’त्रों के मुताबिक देवेंद्र की गिरफ्ता’री के बाद श्रीनगर स्थित उनके आवास पर भी छापेमा’री की गई, जहां से पुलिस बलों को एक ए’के-4’7 समेत कुछ हथि’यार बराम’द किए गए हैं। मालूम हो कि डीएसपी देविंदर सिंह का श्रीनगर में उनका आवास बेहद सुरक्षित जगह माने जाने वाले आ’र्मी हेड क्वार्टर के नजदीक शिवपुरा में स्थित है।