शारजाह में फं’से 22 भारतीय कामगार, मदद के लिए आगे आया दूतावास..पहुंचाया भोजन और जरूरी चीजें

कोरोना वायरस की वजह से सभी देशों ने लॉकडाउन कर रखा है। इस लॉकडाउन के दौरान कोई भी कहीं नहीं जा सकता है। वहीं भारत ने भी कोरोना वायरस की वजह से सभी राज्यों को लॉकडाउन कर रखा है साथ ही सभी यात्राओं पर भी प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं इस यात्रा प्रति’बंध के कारण 22 भारतीयों लोगों के लिए बड़ी मु’सीबत में फं’स गये हैं।
दरअसल, यात्रा प्रति’बंध के कारण संयुक्त अरब अमीरात  में 22 भारतीय लोग फंसे हुए हैं।

बताया जा रहा है कि ये मजदूर शारजाह में रोजगार की तलाश में थे। इन 22 लोगों के फंसे होने की जानकारी ट्विटर के जरिये मिली है। इन लोगों ने ट्विटर पर अपनी-अपनी समस्या लोगों के साथ साझा की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुुताबिक, इन भारतीय नागरिकों को धो’खे से यहां लाया गया है। इन लोगों को एक रोजगार एजेंट ने काम दिलाने का वादा करके मार्च के महीने में यहां लेकर आया था। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से यात्रा पर लगे प्रति’बंध के कारण ये लोग यहीं पर फं’स गए हैं।

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वहीं इन लोगों की मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा है। इन लोगों के पास अपने भोजन और अन्य चीजें के लिए पैसे भी नहीं हैं। वहीं कोरोना वाय’रस की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण ये लोग नौकरी भी नहीं खोज पा रहे हैं।
इस बीच जब भारतीय वाणिज्य दूतावास को इन 22 भारतीय कामगारों की जानकारी मिली तब उन्होंने इन सभी के लिए भोजन आदि का इंतजाम किया।

इसी के साथ इस मामले को लेकर वाणिज्य दूतावास (प्रेस सूचना और संस्कृति) ने खलीज टाइम्स को बताया कि हम संकट की स्थिति में फंसे सभी भारतीयों को मदद के मिशन से संपर्क के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। सभी जरूरत मंदों को भोजन और दवाएं प्रदान की जाएगीं। इस समय इन सभी 22 कामगारों के पास वैध वीजा है। वहीं ये लोग जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं।’

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22 फंसे हुए प्रवासी कामगारों में से एक दानिश अली ने खलीज टाइम्स को बताया कि हम में से ज्यादातर उत्तर प्रदेश के हैं। जब हम स्थिती को तेजी से बिगड़ते हुए देखे तो हम यह लगा कि हमें वापस भारत चले जाना चाहिए। हमारा हवाई टिकट 22 मार्च का था, लेकिन उसी दिन भारत में जनता कर्फ्यू का ऐलान हो गया। कर्फ्यू के बाद 14 अप्रैल तक सभी अर्न्तराष्ट्रीय उड़ानों को भारत ने प्रतिबंध लगा दिया और हम इसकी वजह से वापस नहीं जा सके। हम मौजूदा समय में काफी मुश्किल में है।

वहीं काउंसिल लेबर, कांउसलर और एमएडीएडी जितेंद्र सिंह नेगी ने जानकारी दी है कि ये 22 लोग मार्च के पहले सप्ताह में यहां पर्यटक वीजा पर लाए गए थे। इन्हें लाने वाले एजेंटों को फट’कार लगाई गई है। फिलहाल हमने श्रमिको को भोजन और बाकी जरूरत की चीजें उपलब्ध करा दी है। आपको बता दें, इस समय कोरोना वायरस सभी देशों में कोह’राम मचा रहा है। वहीं इस वायरस की वजह से कई हज़ार लोगों की मौ’त हो गयी है।