टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान एक अहम बात का खुलासा किया है। सहवाग ने एमएस धोनी को दुनिया के सबसे बड़े फिनिशर बनने के बारे में बात की है और इसके पीछे की राज भी खोलें हैं।
महेंद्र सिंह धोनी का जिक्र आते ही दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की यादें जेहन में ताजा हो जाती हैं महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को वनडे और टी20 वर्ल्ड कप का खिताब दिलाने के अलावा चैंपियंस ट्रॉफी भी दिलाई है। इतना ही नहीं कई बड़े मुकाबलों को अपने दम पर भारत को जिताया भी है। इन सबके अलावा एक हैरानी वाली बात यह है कि एमएस धोनी को भी क्या कभी किसी से डांट पड़ सकती है यह अपने आप में बड़ा प्रश्न है?
राहुल द्रविड़ की डांट से बदल गया है एम एस धोनी का रवैया
मगर एम एस धोनी के साथ काफी क्रिकेट खेल चुकी टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने इंडिया न्यूज़ से बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया है एम एस धोनी अपने शुरुआती करियर के दौरान स्कूल में एक औसत बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे। मगर इसके बाद उन्हें राहुल द्रविड़ की सलाह ने एकदम बदल दिया इसके बाद ही उनके खेल में परिवर्तन आया और वर्ल्ड क्रिकेट में उन्हें फिनिशर के नाम से जाना जाता है।
धोनी-युवराज की बदौलत टीम इंडिया लगातार 16 जीत दर्ज करने में हुई सफल
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ मौजूदा समय में टीम इंडिया के मुख्य कोच का किरदार निभा रहें हैं। अपने जमाने में “द वाल” के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को लेकर सहवाग ने बताया कि साल 2007 के दौरान द्रविड़ ने एमएस धोनी को खराब शॉट खेलने के बाद तगड़ी डांट लगाई थी।
वीरेंद्र सहवाग ने न्यूज़ चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में आगे बताया कि उन्हें यह महसूस होता है कि इस घटना के बाद एमएस धोनी की खेल में आक्रामकता की पैनी धार नजर आई। जिसके बाद धोनी ने खुद को फिनिशर के रूप में ढाला। इतना ही नहीं सहवाग ने अपनी बातचीत में आगे कहा भारतीय टीम लगातार 16 मुकाबले इसलिए जीतने में सफल रही क्योंकि एमएस धोनी और युवराज सिंह ने काफी अहम भूमिका निभाई थी। इन दोनों के बगैर भारतीय टीम का लगातार 16 मुकाबला जीतना नामुमकिन सा था।