साल 2020 का पहला चंद्र ग्रहण अब से कुछ ही देर में लगने वाला है। इसका असर यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया समेत भारत में भी देखने को मिलेगा। बताया जा रहा है कि चंद्र ग्रहण शुक्रवार रात 10:37 से शुरू होगा जो शनिवार तड़के सुबह 2:45 तक बना रहेगा। ऐसे में करीब 4 घंटे तक पूर्णिमा का चांद नहीं चमकेगा।
अगर आप भी चंद्र ग्रहण को लाइव देखना चाहते हैं तो आप टेलिस्कोप से रात को शुरू होने जा रहे चंद्र ग्रहण को आराम से देख सकते हैं। हालांकि अगर आपके पास टेलीस्कोप नहीं है तो चंद्र ग्रहण को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब समेत कई अन्य चैनलों पर लाइव देख सकते है।
आपको बता दें, चंद ग्रहण के उस अवस्था को कहते हैं, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में धरती आ जाती है। आमतौर पर चंद्रमा इस दौरान सूर्य की रोशनी से छिप जाता है और इसी तिथि को वैज्ञानिक भाषा में चंद्र कहा जाता है। हालांकि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र ग्रह को ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। इसकी वजह से चंद्र ग्रहण में सूतक काल नहीं लगता है। ऐसी स्थिति में मंदिरों के कपाट नहीं बंद किए जाते हैं। यानी इस दौरान अगर कोई मंदिर में पूजा पाठ करता है तो वह पूरी तरह वर्जित नहीं होता है। ऐसे में सामान्य तौर पर कामकाज होते हैं।
मालूम हो कि चंद्रगहण पूर्णिमा के दिन पड़ता है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि हर पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण नहीं पड़ता है क्योंकि इसके पीछे की वजह बताई जाती है कि पृथ्वी की कक्षा पर चंद्रमा की कक्षा झुकाव होता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह झुकाव तकरीबन करीब 5 डिग्री होती है।
इसकी वजह से हर बार पृथ्वी पर छाया चंद्रमा का नहीं पड़ता है और यह छाया पृथ्वी के ऊपर या फिर नीचे से निकल जाता है। यहीं चीज सूर्यग्रहण के लिए भी लागू होता है और आपको बता दें, सूर्यग्रहण हमेशा ही अमास्वया के दिन ही लगती है और इस दौरान चंद्रमा का आकार पृथ्वी के आकार के मुकाबले लगभग 4 गुना कम है।