New Delhi: एक ओर जहां पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार का साथ दे रहा है। वहीं दूसरी ओर कुछ लापरवाह लोग सरकार और सरकार का साथ देने वाले उन सभी लोगों की मेहनत और त्याग पर पानी फेर रहे है। दिल्ली के तब्लीगी जमात के बाद अब मध्यप्रदेश के मुरैना शहर में एक अंतिम सं’स्कार की दावत में 1200 लोग शामिल हुए। जिसमें से कम से कम 10 लोगों को कोरोना वाय’रस के टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है।
इस घटना के बाद मेडिकल ऑफिसर्स ने 3,000 से अधिक घरों में 27,000 से अधिक लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा है। इस मृ’त्युभोज की दावत दुबई से लौटे सुरेश ने की थी। उन्होंने ये मृ’त्युभोज उनकी मृ’त मां के लिए रखी थी। जिसमें उन्होंने कम से कम 1200 लोगों को बुलाया था। खबरों से पता चला हैं कि वह आदमी दुबई में वेटर का काम करता है और 17 मार्च को मुरैना आया था। उन्होंने 20 मार्च को इस मृ’त्युभोज के दावत का आयोजन किया।
25 मार्च को दावत के लगभग पांच दिन बाद सुरेश ने कोरोना वायरस पॉजिटिव के लक्षण महसूस हुए, चार दिन बाद वो अस्पताल पहुंचे। जहां उन्हें और उनकी पत्नी को क्वारंटाइन में रखा गया था, जिसके बाद उनका कोरोना वायरस टेस्टे हुआ। 2 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट आई जिसमें वो पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद मेडिकल ऑफिसर्स ने उनके करीबी 23 लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट किया, जिसमें से 10 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। पत्रकारों से बात करते हुए, मुरैना के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. आरसी बंडिल ने कहा, “हमने दो पॉजिटिव पैसेंट के संपर्कों के 23 लोगों का सैंपल भेजा, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को आई जिनमें से 2 पुरुष और 8 महिलाओं सहित कुल 10 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले।”
कपल के रिश्तेदारों में वेटर के भाई, उनकी पत्नी, उनका बेटा और बहू और उनके दो बच्चे – छह महीने का बच्चा और तीन साल का बच्चा शामिल हैं। बाकी चार व्यक्ति वेटर की बहन के परिवार से है। इस मामले के सामने आने के बाद, मोनैरा के एक इलाके में 3,000 घरों में 27,883 लोगों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही एहतियात के तौर पर लोगों को क्वारंटाइन में रहने का आदेश दिया गया है।