New Delhi: निर्भया कां’ड के चार दो’षियों को 21 मार्च की सुबह तिहा’ड़ जे’ल में फां’सी दी गई। निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने कहा कि यह दिन देश की सभी महिलाओं के लिए है। बद्रीनाथ सिंह ने यहां मीडिया से कहा। “सिर्फ निर्भया ही नहीं, यह देश की सभी महिलाओं के लिए एक खास दिन है …आज, सभी लोग कहेंगे कि वे खुश हैं क्योंकि निर्भया को न्याय मिला है। हमारे वकील हर समय हमारे साथ खड़े रहे। अंत में, हम जीत गए ।” इतना कहने के बाद भी निर्भया के पिता की आंखों में एक क’सक दिखाई दे रही थी।
7 साल के लंबे इंतजार के बाद निर्भया को मिले इस न्याय से देश का हर इंसान बहुत ही खुश है। लेकिन दुनिया के हर मां-बाप की तरह नि’र्भया के माता-पिता भी अपनी बेटी की धूमधाम से शादी करना चाहते थे। अपने बेटी के बच्चों अपनी गोद में खिलाना चाहते थे। लेकिन उनकी बेटी के साथ हुए हाद’से ने उनके सारे में सप’ने तो’ड़ दिए।
हाल ही में मीडिया के साथ बात करते हुए निर्भया के पिता ने कहा-“जिस बेटी को अपनी गोद में पाला-पोषा उसके साथ इतनी यादें बनाई है। उसकी शादी होती उसके बच्चे हमारी गोद में होते। लेकिन उसके द’र्द के अलावा हमें अब कुछ और याद नहीं रहा। मेरी छोटी बहन अब नानी बन गई है।”
निर्भया के पिता ने मीडिया के सामने अपना दु’ख ब’यां करते हुए कहा-“जब भी कभी हम किसी रिश्तेदार के यहां किसी फंक्शन में जाते हैं तो वहां के खुशनुमा माहोल के बीच हमारी आं’खों से आं’सु निकल पंड़ते है। उस समय हम ये सोचते हैं कि हम जो बनना चाहते थे, वो नहीं बन पाए। मैने अपने पिता होने का फ’र्ज नहीं निभाया, यानी मैं उसकी शादी नहीं कर पाया। उसके बच्चों को अपनी गोद में नहीं खिला पाए हम इसका म’लाल पूरी जिंदगी रहेंगा।”