प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय यात्रा पर आज पहुंचे है। वे आज यहां रात राजभवन में नहीं बल्कि रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ में गुजारेंगे। बताया जा रहा है बेलूर मठ में रात्रि विश्राम करने वाले पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। बेलूर मठ मिशन के अधिकारियों के मुताबिक, इसके पहले रामकृष्ण के मुख्यालय बेलूर मठ में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कई दूसरे प्रधानमंत्री गए थे लेकिन उन्होंने कभी रात नहीं गुजारी, हालांकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए जिन्होंने बेलूरमठ में विश्राम किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे पहले राजभवन में रात्रि विश्राम का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था, लेकिन आखिरी वक्त में यह कार्यक्रम बदल गया और अब वह बेलूर मठ कर दिया गया। बताया जा रहा है इसके पीछे की प्रमुख वजह विवेकानंद जयंती है, जो कि कल यानी 11 जनवरी को है।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी कल प्रातः 4:00 बजे बेलूर मठ में होने वाली आरती में शामिल होंगे।इस दौरान वे बेलूर मठ में स्थित विवेकानंद मंदिर में ध्यान लगाएंगे। वहीं प्रात करीब 8:45 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवा दिवस के मौके पर मठ से ही देश के युवाओं को संबोधित भी कर सकते हैं। इसके बाद वे निर्धारित कार्यक्रमों की ओर रुख करेंगे। बताया जा रहा है कि आज देर शाम प्रधानमंत्री के बेलूर मठ में पहुंचने पर सबसे पहले प्रसाद दिया गया। इसके बाद रात्रि के भोजन में खीर पूरी व मिठाईयां परोसी गई। सूत्रों के मुताबिक, सुबह के नाश्ते में गुजराती पकवानों की व्यवस्था की गई है।
मालूम हो कि रामकृष्ण मिशन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक खास रिश्ता है, जब वे किशोरावस्था में थे तो उन्होंने स्वामी विवेकानंद की सीख से प्रभावित होकर गुजरात के राजकोट स्थित मिशन शाखा में जाकर संन्यासी बनने की इच्छा जताई थी। इस दौरान तत्कालीन प्रमुख रामकृष्ण मिशन के 15वें अध्यक्ष स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने उन्हें संन्या’सी न बनते हुए लोगों की सेवा करने की सलाह दिया था।