कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस वक्त लखनऊ के दौरे पर हैं। यहां पर उन्होंने आज यानी शनिवार को पूर्व आईपीएस एस. आर दारापुरी के घरवालों से मुलाकात की। हालांकि इसके यहां पहुंचने से पहले उनके वाहन को रास्ते में पुलिस ने कुछ देख लिए रोका।
#WATCH: Congress' Priyanka Gandhi Vadra says,"UP police stopped me while I was going to meet family of Darapuri ji. A policewoman strangulated&manhandled me. They surrounded me while I was going on a party worker's two-wheeler,after which I walked to reach there." pic.twitter.com/hKNx0dw67k
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 28, 2019
प्रियंका गांधी ने लखनऊ की पुलिस पर गला दबाने और धक्का देकर गिराने की गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि, ” जब मैं गाड़ी में शांतिपूर्वक जा रही थी, तब कानून-व्यवस्था कैसे बिगड़ने वाली थी? मैंने किसी को बताया तक नहीं था ताकि मेरे साथ तीन से ज्यादा लोग नहीं आएं। मुझे अचानक रोका गया तभी मैं पैदल चली। इनके पास मुझे रोकने का हक नहीं है। अगर गिरफ्तार करना चाहते हैं तो करें।”
Lucknow: Congress General Secretary for UP (East) Priyanka Gandhi Vadra travelled on a two-wheeler after she was stopped by police while she was on her way to meet family members of Former IPS officer SR Darapuri. https://t.co/MTFUCmj63X pic.twitter.com/NJbChyGL1K
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 28, 2019
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि, “मुझे रोका गया है। मुझे गला दबाकर पुलिस वाले ने रोका। मुझे पकड़कर धकेला गया। इसके बाद गिर गई थी। मुझे लेडी पुलिस अधिकारी ने रोका था। इसके बाद मैं एक कार्यकर्ता के साथ स्कूटर पर बैठ कर गई।”
गौरतलब है कि एक तरफ जहां प्रिंयका गांधी लखनऊ में है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी असम दौरे पर थे। यहां पर उन्होंने उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एक रैली में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने असम में हुए बीते समय हिंसा को लेकर मोदी सरकार और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि असम को नागपुर और आरएसएस के चड्डीवाले नहीं चलाएंगे।। इसे सिर्फ असम की जनता ही चलाएगी। मौजूदा समय में देश में मानों ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर नोटबंदी हो गई है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, “हम बीजेपी और आरएसएस को असम की हिस्ट्री, भाषा, संस्कृति पर आक्रमण नहीं करने देंगे। असम को नागपुर नहीं चलाएगा। असम को असम की जनता चलाएगी। ये सोचें कि नॉर्थ-ईस्ट की हिस्ट्री है, भाषाएं हैं, कल्चर हैं, हम इसको दबा दें। इन्होंने नॉर्थ-ईस्ट के लोगों को नहीं पहचाना। हमने संसद में साफ कह दिया था कि हम इस बिल को पास नहीं होने देंगे। हम असम की जनता पर हमला नहीं होने देंगे. चाहें जो भी हो, हिंदुस्तान के किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं होना चाहिए।”