गूगल कंपनी हाल के दिनों में काफी सुर्खियों में थी. अब इसी बीच गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने गूगल की तरफ से अपना एक बयान जारी किया है. दरअसल, कृत्रिम मेधा के दुरुपयोग को लेकर आशंकाओं के बीच प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने कहा है, कि वह हथियारों में काम आने वाली ऐसी कोई प्रौद्योगिकी विकसित नहीं कर रही है.
भारतीय मूल के सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, कि कंपनी हत्यारों व अन्य प्रोडक्ट के लिए ना तो एआई का डिजाइन करेगी और ना ही कार्यान्वयन करेगी जिनका उद्देश्य लोगों को चोट पहुंचाना हो सकता है.
सुंदर पिचाई ने लिखा, कि कंपनी अंतरराष्ट्रीय तौर पर स्वीकार नियमों का उल्लंघन करते हुए निगरानी के लिए सूचनाओं के इस्तेमाल वाली प्रौद्योगिकी नहीं बनाएगी.
पिचाई ने लिखा, कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं, कि हत्यारों के इस्तेमाल के लिए एआई का विकास नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम अनेक अन्य क्षेत्रों में सरकार और सेना के साथ काम करते रहेंगे.
गौरतलब है, कि अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की परियोजना में शामिल होने को लेकर कंपनी की आलोचना हो रही है. कंपनी ने हाल ही में कहा है कि मेवन परियोजना के साथ काम करना बंद कर रही है और यह चित्रों के विश्लेषण की एआई आधारित परियोजना है जो ड्रोन के हमलों को और सटीक बना सकती है.