UAE की चे’तावनी- जो देश अपने नागरिक को लेने से कर रहें मना, उन पर लगा सकते हैं क’ड़ी पा’बंदी

संयुक्त अरब अमीरात ने उन देशों पर कड़ी पाबंदियां लगाने की योजना बना रहा है, जो मौजूदा समय में कोविड-19 के चलते अपने नागिरकों को वापस बुलाने की इच्छा नहीं दिखा रहे हैं।

कोरोना वायरस के कारण दुनिया के कई देश पूरी तरह से बंद हो गए है। ऐसे में कई देशों में दूसरे देशों के लोग फंस गए है। कुछ देशों की सरकार ने तो दूसरे देशों में फंसे अपने लोगों का बुलवा लिया, लेकिन वहीं कुछ देश की सरकार ऐसी हैं कि वो दूसरे देशों फंसे अपने लोगों को बुलवाने कि कोई इच्छा नहीं रख रही है। ऐसे ही देश के लिए UAE ने कुछ पाबंदियां लगाने की योजना बनाई है।

एक सरकारी एजेंसी की खबर के अनुसार UAE ऐसे देशों के लिए कुछ सख्त नियम बनाने वाली है। बता दें कि UAE उन सभी देशों के साथ सहयोग और लेबर रिलेशन को फिर से निर्धारित करने बारे में सोच रही हैं। मालूम हो कि, मानव संसाधन और अमीरात मंत्रालय (MoHRE) ने ऐलान किया है कि वह भागीदार देशों के साथ वर्तमान labour relations(श्रम संबंधों) के संबंध में उपायों का अध्ययन कर रहा है।

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सरकारी डब्ल्यूएएम समाचार एजेंसी ने एक ऑफिसर की बात का हवाला देते हुए बताया कि UAE की एमीरेटाइजेशन और मानव संसाधन मिनिस्ट्री जिन ऑप्शन पर बात कर रही है, उनमे ऐसे सभी देशों से फ्यूचर टाइम में आने वाले मजदूर की भर्ती पर काफी सख्त पाबंदी लगाई जाएगी, साथ ही वहां से आने वाले लोगों के लिए कोटा प्रणाली लागू किए जाने से कई विचार शामिल हैं।

इसके अलावा UAE ऐसे देशों के साथ सभी संबंधित प्रधिकारो और मिनिस्ट्री के साथ हुए कॉट्रेक्ट लेटर को भी सस्पेंड कर सकती है। दुनिया के देशों में कोरोना वायरस फैलने के बाद UAE ने सभी देशों से अनुरोध किया कि वो अपने नागरिको को वापस बुला ले। लेकिन उन्हें इसका कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद अब UAE इन सभी आप्शन पर बात कर रही हैं।

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बता दें कि UAE में 33 लाख लोग भारतीय प्रवासी है। जो UAE की 30% की अबादी है। UAE में भारत के केरला राज्य के ज्यादातर लोग रहते हैं, इसके बाद तामिल नाडु और आंध्र प्रदेश के लोग के ज्यादातर लोग वहां रहते हैं। UAE में फंसे भारतीय लोगों को सरकार वापस बेचने के लिए तैयार हो गई हैं, बस शर्त इतनी हैं कि उस शख्स की कोरोना वायरस रिपोर्ट नेगेटिव आए।