महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने दो विश्व कप अपने नाम किये हुए है. एम एस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2007 का टी-20 विश्व कप भी जीता हुआ है और साल 2011 का वनडे विश्व कप भी जीता हुआ है.
आपकों बता दें, कि अगर पार्थिव पटेल फ्लॉप साबित ना होते, तो भारत को एमएस धोनी जैसा कप्तान ना मिल पाता. दरअसल, साल 2003 व 2004 के दौरान चयनकर्ताओं ने पार्थिव पटेल को टीम में कई मौके दिए, लेकिन पार्थिव पटेल भारतीय टीम की उम्मीदों में खरे नहीं उतरे. इसके बाद टीम के चयनकर्ताओं ने दिनेश कार्तिक को भी साल 2004 के दौरान मौका दिया लेकिन वह भी कुछ खास भारतीय टीम के लिए ना कर पाये.
इसके बाद भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने बांग्लादेश के खिलाफ दिंसबर 2004 में खेली गई सीरीज में एमएस धोनी को मौका दिया और धोनी ने इस मौके को भुनाते हुए टीम में अपनी जगह पक्की कर ली. धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ एक शानदार शतक लगाया था उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा है.
साल 2007 के टी-20 विश्व कप और साल 2011 में उन्होंने भारतीय टीम को विश्व कप दिलवाया. वह चैंपियंस ट्रॉफी का भी विजेता साल 2013 में बनाया.