टेस्ट क्रिकेट में धैर्य से खेलने वाले खिलाड़ी को दिग्गज खिलाड़ियों में गिना जाता है। चाहे देश के लिए टी-20 क्रिकेट खेल लो या फिर वनडे अगर आपने टेस्ट क्रिकेट एक खिलाड़ी के तौर पर अपने देश के लिए नहीं खेली है तो आपको प्रशंसकों द्वारा वह प्यार और सम्मान नहीं मिलता है जो एक टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी को हासिल होता है।
टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ी के खेलने के तौर तरीकों की परख की जाती है। टेस्ट क्रिकेट आज भी 5 दिनों का खेला जाता है, जबकि t20 क्रिकेट की एक इनिंग 90 मिनट की होती है। आमतौर पर कई बार देखा गया है कि क्रीज पर लंबा समय बिताने के बाद भी बल्लेबाज शतक लगाने में कामयाबी नहीं हासिल कर पाते, लेकिन कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की हिस्ट्री में काफी कम समय में शतक लगाने का कारनामा किया है।
इस लेख के जरिए हम उन्हीं चार खिलाड़ियों के बारे में आपसे बताने जा रहे हैं जिन्होंने टेस्ट मुकाबले में 90 मिनट के अंदर शतक लगाकर खुद की क्षमता को साबित किया है।
1. मिस्बाह उल हक (पाकिस्तान)- 74 मिनट
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों में गिने जाने वाले मिस्बाह उल हक उन खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं जिन्होंने टेस्ट मुकाबले की एक पारी में 90 मिनट के अंदर शतक बनाने का कारनामा किया है। इस खिलाड़ी ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेलते हुए सेकंड इनिंग में 56 गेंदों पर शतक लगा दिया था।
उस दौरान मिस्बाह उल हक के बल्ले से 57 गेंदों पर 11 चौके और पांच छक्के निकले थे। उस मुकाबले में मिस्बाह उल हक ने अजहर अली के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 141 रनों की शानदार पार्टनरशिप की थी। ऐसे में पाकिस्तान की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 356 रनों से मात देने में कामयाबी हासिल की थी।
2. आर बेनाउड (ऑस्ट्रेलिया) -78 मिनट
ऑस्ट्रेलिया के इस हरफनमौला खिलाड़ी ने साल 1955 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध केवल 78 मिनट में सेंचुरी बना डाली थी। उन्होंने नंबर 9 पर बल्लेबाजी करते हुए यह शतक लगाया था। इसके अलावा उन्होंने सेकंड इनिंग में गेंदबाजी में कमाल करते हुए तीन विकेट हासिल किए थे। इस खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट कैरियर में ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 63 मुकाबले खेल कर 2201 रन बनाए हैं।
3. ब्रैंडन मैकुलम (न्यूजीलैंड ) -78 मिनट
न्यूजीलैंड के दिग्गज खिलाड़ी ब्रैंडन मैकुलम भी उन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के एक मुकाबले में 90 मिनट के अंदर शतक बनाने का कारनामा किया है। इस खिलाड़ी ने अपने क्रिकेट कैरियर के आखिरी टेस्ट मुकाबले में केवल 78 मिनट बल्लेबाजी करते हुए शतक बना डाला था। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध शतक पूरा करने के लिए केवल 54 गेंदों का सामना किया था।
उनके द्वारा लगाया गया यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे तेज शतक था। इस दौरान उन्होंने पहली पारी में 79 गेंदों पर 21 चौके और छह छक्के लगाकर 145 रन बनाए थे। जबकि ब्रेंडन मैकुलम ने दूसरी पारी में 25 रनों का योगदान दिया था। मगर उनके इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद भी न्यूजीलैंड की टीम को इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने सात विकेट से शिकस्त दी थी।
4. सर विवियन रिचर्ड्स ( वेस्टइंडीज)- 81 मिनट
आज से तकरीबन दशकों पहले अपनी तेजतर्रार बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे पूर्व कैरेबियाई दिग्गज विवियन रिचर्ड्स का नाम पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस जुबान पर रखते हैं। यह खिलाड़ी अपने दौर में शानदार और तेजतर्रार बल्लेबाजी के लिए जाना जाता था।
साल 1986 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक मुकाबले में काफी तूफानी बल्लेबाजी की थी। साल 1986 में सर विवियन रिचर्ड्स ने केवल 56 गेंदों पर सेंचुरी लगाने का कारनामा किया था। उस दौरान उन्होंने 58 गेंदों पर सात चौके और 7 छक्के लगाए थे। इस मुकाबले में उनके बल्ले से 110 रनों की नाबाद पारी निकली थी।
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