New Delhi: एक ओर जहां पूरी दुनिया कोरोना की वजह से अपने घरों में बंद है, वहीं भारत में भी 21 दिनों लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में एक बहुत ही इमोशनल और मोटीवेशन वाली खबर सामने आई है। दरअसल लॉकडाउन में में फंसे अपने बेटे को घर वापस ले जाने के लिए एक मां ने स्कूटर से लगातार तीन दिन तक सफर करके आखिरकार अपने बेटे को सही सलामत घर वापस ले आई। बता दें कि ये घटना तेलंगाना के निजामाबाद जिले की है। निजामाबाद में रहने वाली 50 साल की राजिया बेगम ने 6 अप्रैल सोमवार को सुबह अपने लोकल पुलिस स्टेशन से परमिशन लेकर आंध्रप्रदेश के नेल्लौर के लिए निकल पड़ी, जो उनके घर से कम से कम 700 किलोमीटर दूर था।
लेकिन बेटे की फिक्र और प्यार के आगे राजिया बेगम को 700 किलोमीटर की दूरी कोई माइने रखी। उन्होंने दिन-रात एक करके राजिया बेगम ने हाइवे की सूनी सड़कों पर स्कूटर चलाते हुए 700 किलोमीटर दूर नेल्लौर पहुंची। वहां पर अपने बेटे को ढूंढा और उसे अपने स्कूटर के पीछे बिठाकर वापस 700 किलोमीटर दूरी तय करके निजामाबाद ले आई।
बेटे के वापस घर लाने कि लिए राजिया बेगम ने लगातार 1400 किलोमीटर स्कूटर चलाया। लॉकडाउन में बेटे के लिए राजिया बेगम के इस काम ने एक बार फिर से ये साबित कर दिया की…. दुनिया में मां से बड़ा योद्धा कोई नहीं होता। मां अपने बच्चों के लिए दुनिया की किसी भी लड़ाई को असानी जीत सकती है। फिर चाहे वो लड़ाई कितनी ही बड़ी क्यों ना हो।
बहादुर मां राजिया बेगम ने गुरुवार को मीडिया को बताया “एक महिला के लिए एक छोटे दोपहिया वाहन पर एक कठिन यात्रा थी। लेकिन मेरे बेटे को वापस लाने के दृढ़ संकल्प ने मेरे सारे डर को खत्म कर दिया। मैंने रोटियां पैक कीं और उन्होंने मुझे जाना जारी रखा। ट्रैफिक मूवमेंट और सड़कों पर लोग नहीं होने से यह रातों में भयावह था।”