पिता कुली और बेटे ने इडली-डोसा बेचकर खड़ी कर दी 100 करोड़ की कंपनी, 650 ग्रामीणों को दिया रोज़गार

एक साधारण व्यक्ति करोड़ों की कंपनी का मालिक बन जाए ये बात एक सपने  जैसी लगती है लेकिन ये बात सच है हुनर के कारण एक साधारण व्यक्ति करोड़ों की कंपनी का मालिक बन गया है। इस शख्स ने ईडली डोसे जैसे आम नाश्ते को बेच कर करोड़ों की कंपनी खड़ी कर ली।

जिस शख्स की बात हम कर रहे हैं उसका नाम मुस्तफा है। वहीं इडली डोसे ने पीसी मुस्‍तफा जैसे साधारण व्यक्ति की पूरी जिंदगी बदल दी। मुस्तफा के पिता एक कूली थे जिसकी वजह से संसाधनों की कमी रही। लेकिन इसके बाद मुस्तफा रेडी टू ईट खाने के शौकीनों के लिए ID Fresh कंपनी बनाई और इस वजह से वो आज एक 500 करोड़ की कंपनी के मालिक बन गए हैं।

वायनाड के एक गांव चेन्‍नालोडे में जन्मे मुस्तफा 48 वर्ष के हैं। पिता एक कॉफी बागान में कूली का काम करते थे। वह पढ़ाई में होशियार थे लेकिन घर की परिस्थितियां पढ़ने का समय नहीं दिया और पैसा कमाने के लिए उन्हें घर पर अपने पिता के साथ काम करना पड़ा। वहीं काम की वजह से मुस्तफा पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते थे। यही वजह रही कि वह छठी क्‍लास में फेल हो गए। लेकिन ये असफलता के बाद उन्होंने खूब मेहनत करी और 10वीं की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

10वीं में मिली सफलता के बाद मुस्तफा ने अपनी मेहनत से नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी में कंप्‍यूटर साइंस में दाखिला ले लिया और खूब मेहनत करी।  इस मेहनत का ये फल मिला कि एक कूली के बेटे को अमेरिका के एक भारतीय स्‍टार्टअप मैनहैट्टन एसोसिएट्स में नौकरी मिल गई।

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लेकिन कुछ बड़ा करने की आशा रखने वाले मुस्तफा साल 2003 में भारत लौट आए और भारत लौटने के बाद उनके दिमाग के नया शुरू करने की सोच में  दिमाग में आईडी फ्रेश के आइडिया को जन्म दिया। यह साल 2005 था जब मुस्तफा में मात्र 25,000 रुपए के निवेश के साथ इस आइडिया पर काम करना शुरू किया। वहींमुस्तफा की इस कंपनी में इडली डोसा बनाने के लिए जरूरी मिश्रण को बेचा जाता है। अपने इस नए काम में उन्हें अपने चेचेरे भाईयों का साथ मिला।

वहीं पीसी मुस्‍तफा ने जब अपनी कंपनी की शुरुआत की तब पहले दिन 5,000 किलो चावल से 15,000 किलोग्राम इडली का मिश्रण तैयार किया था। इसके बाद वह इस मिश्रण को स्‍कूटर पर लादकर बेचने निकल गए थे। लेकिन पहले मुस्तफा की कंपनी एक दिन में अपने प्रोडक्ट के मात्र 100 पैकेट बेच पाती थी। लेकिन अब यह कंपनी ए‍क दिन में 50,000 पैकेट की सेल करती है। इसके साथ ही इस कंपनी ने 650 लोगों को रोजगार दिया हुआ है। भारत में अपना व्यापार बढ़ाने के बाद यह कंपनी अब दुबई में भी पैर जमाने की कोशिश कर रही है।

आज यही कंपनी तब से चार गुना ज्यादा मिश्रण सैंकड़ों स्‍टोर्स और शहरों में बेच रही है। मुस्तफा ने खुद के बढ़ने के साथ साथ ग्रामीणों को भी बढ़ने का अवसर दिया। आज उनकी कंपनी ग्रामीणों को रोजगार दे रही है। आज देश के ब्रेकफास्‍ट किंग के नाम से पहचाने जाने वाले पीसी मुस्तफा की कंपनी साल 2015-2016 में 100 करोड़ का टर्नओवर कमा रही थी। साल 2017-1018 में यह बढ़ कर 182 करोड़ और साल 2019-2020 में इसका टर्नओवर 350-400 करोड़ तक पहुंच गया है।