यस बैंक पर अमर सिंह बोले, डूबती इकॉनमी के पीछे श्वेत लुंगीधारी चिदंबरम जिम्मेदार..मेरे पास सबूत

आर्थिक संकट से जूझ रहे यस बैंक को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशा’ना साधा है, हालांकि अब इसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने अमर सिंह का एक वीडियो ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया है। इस वीडियो में अमर सिंह भारत के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को दोषी ठहरा रहे हैं।

बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘नहीं राहुल जी, यह पी. चिदंबरम की वजह से हैं, आपके पूर्व वित्तमंत्री ( पी. चिदंबरम), भारत के बैंकों और इकॉनमी की बदहाली के पीछे जिम्मेदार हैं। इसके लिए आप मुझे नहीं बल्कि अपने पूर्व सहयोगी को सुनिए।’

इस वीडियो में अमर सिंह यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि राहुल जी आप से मेरा सुझाव है। विडियोकॉन के वेणुगोपाल धूत और रिलायंस के अनिल अंबानी जैसे लोगों को आप हमेशा प्रधानमंत्री मोदी जी का घनिष्ठ मित्र बताते रहे हैं, लेकिन वे सबसे अधिक घनिष्ठ मित्र आपके वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के हैं। इसका मेरे पास ठोस सबूत हैं, जब भी आप कहेंगे मैं आपको दिखा दूंगा। इसके साथ ही भूषण स्टील और दीवान हाउसिंग जैसे कॉर्पोरेट बैंक हैं। उनको किस अवधि में पैसा में दिया गया है कि अरबों-खरबों रुपया एनपीए हो गया है।

लंबे समय से सिंगापुर के एक अस्पताल इलाज करा रहे अमर सिंह ने वीडियो में कहा कि, इकॉनमी डूब रही है लेकिन इस डूबती इकॉनमी की जड़ में सिर्फ एक ही आदमी है श्वेत लुंगी धारी और भ्रष्टा’चारी चिंदबरम चिदंबरम चिदंबरम।’ जानकारी के लिए आपको बता दें, यह यह बैंक की आर्थिक हाल पूरी तरह से खस्ताहाल है और शेयर मार्केट में यह 50 फीसदी से अधिक नीचे इसका शेयर गिर गया है। आलम यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक को यस बैंक से धनराशि निकालने की सीमा तय करनी पड़ी है।

बता दें, यस बैंक की आर्थिक हालात कुछ ठीक नहीं है। यस बैंक पर लगातार कर्ज का बोझ बढ़ रहा है। इसके अलावा शेयर भी टूटे हैं। यही वजह है बीते 15 महीने के भीतर बैंक के निवेशकों को करीब 90 फीसदी का नुकसान हुआ है। बता दें अगस्त साल 2018 में शेयर मार्केट में यस बैंक 400 रु के भाव से कहीं अधिक बिक रहा था, लेकिन यह घटकर 30 रुपए के नीचे पहुंच चुका है। इसके अलावा सितंबर 2018 के दौरान मार्केट में जहां यस बैंक का मार्केट वैल्यू 80 हजार करोड़ थी। वह घटकर सिर्फ 9 हजार करोड़ के स्तर पर पहुंच चका है।