अर्जुन तेंदुलकर ने डेब्यू रणजी मैच में शतक ठोक रचा इतिहास, पिता सचिन के इस रिकाॅर्ड को भी छोड़ा पीछे

सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अपने पिता की तरह ही अपने डेब्यू रणजी ट्रॉफी मैच में शतक जड़ दिया। सचिन तेंदुलकर ने आज से 34 साल पहले ये कारनामा किया था।

दिसंबर 1998 में मुंबई के लिए खेलते हुए 15 वर्षीय सचिन तेंदुलकर ने ये कारनामा कर दिखाया था। अब उनके बेटे अर्जुन ने गोवा की टीम के लिए खेलते हुए अपने पिता के ही भांति डेब्यू में शतक जड़ सबको प्रभावित किया।

इस मामले में पिता सचिन तेंदुलकर से भी हुए आगे

भले ही अपने डेब्यू रणजी ट्राॅफी में सबसे कम उम्र में शतक जड़ने के मामले में अर्जुन से आगे उनके पिता सचिन तेंदुलकर हो, लेकिन अब एक मामले में वो सचिन तेंदुलकर से आगे निकल चुके हैं।

दरअसल अर्जुन तेंदुलकर से डेब्यू रणजी ट्राॅफी के मैच की पहली पारी में ज्यादा रन बनाने के मामले में अपने पिता को पीछे छोड़ दिया है। दरअसल सचिन तेंदुलकर ने डेब्यू मैच में अपनी पहली पारी में 100 रन बनाए थे। वहीं अर्जुन तेंदुलकर फिलहाल 114 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। अब वो पहली पारी में रनों के मामले में वे अपने पिता सचिन तेंदुलकर से आगे निकल गए हैं।

हाल में योगराज सिंह से ली ट्रेनिंग, अब पिता की तरह ही रणजी डेब्यू में ठोका शतक

रणजी ट्रॉफी में गोवा राजस्थान के खिलाफ खेल रही है। इस साल ही अर्जुन ने गोवा के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने का फैसला लिया था। इसके लिए उन्होंने युवराज सिंह के पिता जो पूर्व में भी कई खिलाड़ियों को ट्रेन कर चुके है योगराज सिंह से ट्रेनिंग ली।

ये भी पढ़ें- IND vs BAN : पहले दिन बने कुल 10 एतिहासिक रिकाॅर्ड, ऋषभ पंत ने किया कमाल तो श्रेयस अय्यर ने रचा इतिहास

शायद ये ही ट्रेनिंग थी जो उनके काम आई। आमतौर पर अर्जुन तेंदुलकर को एक तेज गेंदबाज के तौर पर जाना जाता है। पर राजस्थान के खिलाफ उनकी पारी बेहद आकर्षक थी। उन्होनें बल्ले से जमकर धमाल मचाया।

फिलहाल अर्जुन तेंदुलकर 195 गेंदों पर 112 रन की पारी खेल कर क्रीज पर है। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 15 चौके और 2 छक्के लगाए। अर्जुन और गोवा के एक और खिलाड़ी प्रभुदेसाई (172*) की साझेदारी के चलते गोवा राजस्थान के खिलाफ एक बेहद अच्छी पोजिशन में है।

बेहद अहम रहेगी अर्जुन के लिए ये रणजी ट्रॉफी, प्रदर्शन के आधार पर टीम इंडिया में जगह बनाने का बहुत अच्छा मौका

फिलहाल टीम का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 410 रन हैं। उम्मीद है की अर्जुन अपनी इस पारी को और यादगार बनाना चाहेंगे और राष्ट्रीय टीम में अपना दावा भी ठोकना चाहेंगे।

ये रणजी ट्रॉफी उनके कैरियर के लिए बेहद अहम साबित होने वाली हैं। अगर वह अच्छा प्रदर्शन करते है तो जल्द राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए भी नज़र आ सकते है।

ये भी पढ़ें- पहले बल्ले से मचाया गदर, फिर गेंदबाजी में किया धमाल, विजय हजारे ट्राॅफी में अर्जुन तेंदुलकर का शानदार प्रदर्शन