अर्जुन तेंदुलकर इस समय रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं, वहीं गोवा की ओर से खेलते हुए अर्जुन ने इस सीजन काफी ज्यादा सुर्खियां बटोरी है।
ऐसा रहा प्रदर्शन
बता दें कि 5 जनवरी को गोवा और केरल के बीच मुकाबला खेला गया, जिसमें अर्जुन तेंदुलकर ने अपने गेंदबाजी से कहर मचाते हुए केरल के बल्लेबाजों की जमकर क्लास लगा दी। परंतु मैच में अर्जुन तेंदुलकर बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
ये भी पढ़ें- इन 5 गेंदबाजों ने टीम इंडिया के लिए फेंकी सबसे तेज गेंद, शीर्ष पर 155 की स्पीड से गेंद फेंकने वाला ये धाकड़
जानकारी के लिए बता दें कि रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन में अर्जुन तेंदुलकर मुंबई टीम की ओर से खेला करते थे, परंतु उन्हें मुंबई टीम की ओर से ज्यादा मौके नहीं मिल पाए जिसके बाद इस सत्र में वह गोवा की टीम में शामिल हो गए।
वहीं गोवा की टीम की ओर से डेब्यू करते हुए ही अर्जुन तेंदुलकर ने शतक जड़ दिया था. जिसके बाद उन्होंने काफी ज्यादा सुर्खियों भी बटोरी थी।
इसके बाद से ही अर्जुन तेंदुलकर लगातार शानदार फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं। वहीं गोवा और केरल के बीच खेले गए मुकाबले में अर्जुन तेंदुलकर ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए केरल की टीम पर लगाम लगा के रखी।
मैच में अर्जुन तेंदुलकर ने कुल 16.3 ओवर की गेंदबाजी की जिसमें से उन्होंने 2 ओवर मेडन भी निकाले इसके अलावा उन्होंने विरोधी टीम को 49 रन देते हुए दो बड़े विकेट अपने नाम किए।
मैच में नहीं चला बल्ला
संजू सैमसन की टीम केरल के खिलाफ मैच में गेंदबाजी में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद अर्जुन तेंदुलकर बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर पाए और 19 गेंदों का सामना करते हुए मात्र 6 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 31 का रहा था परंतु वह एलबीडब्ल्यू आउट होकर पवेलियन चले गए।
जानकारी के लिए बता दें कि केरल टीम ने मैच में पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था इस दौरान उन्होंने इस फैसले को सही साबित करते हुए कुल 265 रन बनाए जिसमें टीम की ओर से सचिन बेबी ने 46 तथा रोहन प्रेम ने 112 रनों की पारी खेली इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा कोई और बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया।
वही जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी गोवा टीम की ओर से दर्शन मिसाल 43 तथा ईशान गडेकर ने 105 रन बनाए। इस वक्त गोवा की टीम केरल से 46 रनो से आगे चल रही है।
यह भी पढ़ें : 31 साल के धुरंधर खिलाड़ी ने मचाया धमाल, रणजी ट्रॉफी में पहले चटकाए 8 विकेट, फिर बल्ले से भी कूट डाले 70 रन