एशिया कप से लगभग बाहर हुई टीम इंडिया, रोहित-द्रविड़ के ये तीन फैसले समझ से परे

भारत अब लगभग एशिया कप से बाहर हो चुका है। अगर श्रीलंका और अफगानिस्तान पाकिस्तान को हरा देती है। साथ ही भारत भी अफगानिस्तान से जीत जाती है और उनका रन रेट अफगानिस्तान से ज्यादा रहता है तो भारत फाइनल में जगह बना पाएगी। जिसके न के बराबर संभावना है।

एशिया कप से लगभग बाहर हुई टीम इंडिया, रोहित-द्रविड़ के ये तीन फैसले समझ से परे

1. फॉर्म के बदले नाम के हिसाब से रखी गई प्लेइंग इलेवन

KL Rahul

के एल राहुल लंबे समय से फॉर्म से जूंझ रहें है। बावजूद इसके उन्हें बार बार प्लेइंग इलेवन में लिया जा रहा है। जो साफ तौर पर दर्शाता है टीम सलेक्शन केवल नाम के हिसाब से किया गया है।

टीम के पास श्रेयस अय्यर जैसे इन फॉर्म खिलाड़ी था बावजूद इसके उन्हें स्टैंड बाय में रखा गया। श्रेयस के नाम इस साल टी20I में दूसरे नंबर में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन है। उनको स्टैंड बाय में रखने का फैसला समझ से परे है।

2. मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ी के होते हुए स्क्वाड में आवेश खान को मौका देना

shami21

भारत की गेंदबाजी में दो बड़े नाम चोट के वजह से गायब थे। पहला जसप्रीत बुमराह और दूसरा हर्षल पटेल, ये दोनो हाल फिलहाल में भारत के मुख्य गेंदबाज है।

उनकी गैर मौजूदगी में भारत को मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी को स्क्वाड में रखने की जरूरत थी। पर ऐसा नहीं हुआ उनके बदले युवा खिलाड़ी आवेश खान को मौका मिला जो इस एशिया कप में कुछ खास नहीं कर पाए। अवेश को स्क्वाड में रखने का फैसला टीम के खिलाफ गया।

3. दीपक हुड्डा को बतौर प्योर बल्लेबाज खिलाना

deepak hooda

दीपक हुड्डा एक बैटिंग ऑल राउंडर है। इसके बावजूद जब भारतीय गेंदबाज विकेट नहीं निकाल पा रहें थे। दीपक से गेंदबाजी नहीं करवाई गई। अगर रोहित शर्मा को ऐसा ही करना था तो बतौर बल्लेबाज वह दिनेश कार्तिक को भी खिला सकते थे। जिनके पास डेथ ओवर में बल्लेबाजी करने का कई अधिक अनुभव है।

वह आसानी से आखिरी दो ओवर में 25 से 30 रन जोड़ सकते है। इसके बावजूद उनको पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ बड़े मैच में नहीं रखा गया। रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ का ये फैसला भी समझ से परे है।