टूरिस्ट वीजा के नाम पर बरेली से एक व्यक्ति को दुबई भेजने और उससे मोटी रकम ऐंठने का खेल पुलिस के सामने आया है। दरअसल अकील नाम का एक शख्स, जब 6 महीने बाद घर आया तो उसे पता चला कि उसके घर पर एक रुपया भी नही दिया गया है। इसको लेकर अकील के पिता ने एसएसपी कार्यालय में गुहार लगाते हुए बेटे का 6 महीने का वेतन दिलाने का अनुरोध किया है। वैसे पुलिस ऑफिसर्स ने इस केस में कार्रवाई करने के लिए आदेश दे दिए है। ये मामला बिथरी चैनपुर से सामने आया है।
बरेली SSP ऑफिस पर पहुंचे के बाद इस व्यक्ति ने बताया कि उनका नाम रईस बानों है, और उनके ही गांव में रहने वाले एक धोखेबाज ने उनके बेटे को दुबई में नौकरी दिलाने का झूठा वादा किया था। जिसके बाद उस व्यक्ति ने उनके बेटे अकील अहमद को एक लाख रूपए लेकर दुबई भेज दिया था।
रईस बानों बताती हैं कि दुबई पहुंचने के बाद पता चला कि उनके बेटे को दुबई में टूरिस्ट वीजा पर भेजा गया है। दुबई में उस धोखेबाज इंसान ने उनके बेटे की नौकरी लगवाई । जहां पर लगभग 6 महीने तक अकील चोरी- छिप्पे काम कर रहे थे। लेकिन उन्होंने अपनी सैलेरी के बारे में पूछा तो उन्हें बताया कि उनकी सैलेरी हर महीने उनके पिता के अकाउंट में भेज दी जाती है।
इस मामले में जब वो 6 महीने के बाद घर वापस लौटा तो उसे मालूम हुआ कि उसके पिता के अकाउंट में कभी कोई पैसे नही आए और ना ही तक पहुंचे है। अकील और उनकी मां ने उस धोखे बाज शख्स के खिलाफ केस दर्ज करवाते हुए अपनी सैलेरी के 2.5 लाख रूपए दिलवाने की मांग की है। वैसे इस मामले में पुलिस के ऑफिसर्स ने अधीनस्थों को मुकमल कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। बता दें कि लगातार देश के छोटे गांव और कस्बों से आम लोगों के साथ होने वाली इस तरह की धोखा धड़ी की खबरे आती रहती है।