दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड की वजह से आम लोगों का जनजीवन पूरी तरह से मुहाल कर दिया है। अगर सिर्फ दिल्ली की बात की जाए तो इस बार दिसंबर माह में पड़ रही ठंड ने 119 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इतना ही नहीं मौजूदा समय में दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में सर्दी पहाड़ी इलाकों से भी कहीं ज्यादा है।
बता दें, दिल्ली एनसीआर के सफदरगंज का न्यूनतम तापमान बीते शनिवार रात को 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया ,जबकि दूसरी तरफ शिमला में 4 डिग्री सेल्सियस और मसूरी में 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ऐसे में अब यह सवाल उठता है आखिर किस वजह से शिमला मसूरी जैसे पहाड़ी इलाकों की अपेक्षा दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा ठंड पड़ रही है।
Indian Meteorological Dept: Temperatures at 5.30 am IST on 30th Dec 2019 and change in temperature in last 24 hours for major stations of North India: pic.twitter.com/9rGp1TPq7M
— ANI (@ANI) December 30, 2019
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली एनसीआर में कड़कड़ाती ठंड पड़ने की सबसे प्रमुख वजह कोहरा हैं। कोहरे के कारण सूर्य की रोशनी जमीन पर ठीक तरीके से नहीं पहुंच पा रही है। इसकी वजह से तापमान की वृद्धि नहीं हो पा रही है और इसमें कमी दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले 4 से 5 दिनों तक दिल्ली को सर्द हवाओं और कोहरे से निजात नहीं मिलेगी। इतना ही नहीं आने वाले 24 से 48 घंटे के भीतर दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है। ऐसे में संभावना जताई जाती है एक बार फिर दिल्ली और आसपास के इलाकों में ठंड बढ़ सकती है।
अगर राजधानी दिल्ली में सोमवार तड़के सुबह के तापमान की बात किया जाए तो यहां आज 2.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके अलावा भारी कोहरे की वजह से विजिबिलिटी लगभग जीरो हो गई है। ऐसे में इसका सीधा असर यातायात सर्विस पर भी देखने को मिल रहा है। वहीं कोहरे की वजह से दिल्ली एयरपोर्ट पर तीन फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ रहा है। इसके अलावा भारी कोहरे की वजह से कई ट्रेनें भी रद्द कर दी गई। साथ ही नार्थ जोन के रेलवे के अधिकारी के मुताबकि 30 से अधिक ट्रेनें अपने तय समय से लेट चल रही है।