कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से आज दुनिया भर के कई देशों में हजारों भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। जिन्हें भारत में वापस लाने के लिए क्रेंद्र सरकार ने वंदे भारत मिशन को शुरू किया है, जो अभी तक जारी है। इस मिशन को यात्रियों के लिए और ज्यादा सुविधाजनक बनाने के लिए DGCA ने करीब 870 चार्टर्ड फ्लाइट के लिए इजाजत दे दी है।
ये सभी फ्लाइट इनबाउंड और आउटबाउंड दोनों तरीके के थे। मतलब ऐसी फ्लाइट्स जो सिर्फ एक तरफ से ट्रेवल करने वाले लोगों को पहुंचाए। इसके अलावा कुछ ऐसे भी देश जहां पर फंसे हुए भारतीय नागरिकों को वापस देश में लाने के बाद फिर से उन्हें लेकर लौटने वाले भी है। इस बात की जानकारी खुद DGCA ने पुष्टी करते हुए दी है।
DGCA के बताए अनुसार ये सारी फ्लाइट करीब 2 लाख पैसेंजर्स को लेकर वापस आई है। कई एयरलाइंस ने दूसरे में फंसे अपने सभी भारतीय नागरिकों को उनके डेस्टिनेशन तक ले जाने में इस मानवीय मिशन में हैल्प की है।
DGCA ने इस बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि दुनिया के कई देशों की कुछ खास बड़ी एयरलाइंस कंपनियां जिसमें कतर एयरवेज – 81, KLM H-68, कुवैत एयर- 41, फ्लाय दुबई- 38, ब्रिटिश एयरवेज- 39, जजीरा एयरलाइंस- 30, एयर फ्रांस-32, एयर अरेबिया- 20, बिमान बांग्लादेश- 15, गल्फ एयर- 19, सऊदिया- 13, श्रीलंका-19, बिमान बांग्लादेश- 15, डेल्टा-13, एयर निप्पॉन-12 और कोरियाई एयर- 14 जैसी एयरलाइंस कंपनियां शालिम है। इन सारी एयरलाइंस कंपनियों की फ्लाइट्स ने मिशन के संचालन में हिस्सा लिया है।
DGCA के कहे अनुसार इस सब के अलावा कई और एयरलाइंस इसमे शामिल हैं। जिसमें थाई एयर एशिया-11, एयर न्यूजीलैंड -12, यूनाइटेड एयरलाइंस-11, इराकी एयरवेज-11, यूराल एयरलाइंस-9, ओमान एयर-10, लुफ्थांसा-8, कोंडौर -8, सोमन एयर-8, एतिहाद-5, एयरोफ्लोट- 4, वर्जिन अटलांटिक- 4 और एमिरेट्स-5 ने भी भारत सरकार के इस चार्टर्ड ऑपरेशन में पार्ट लेंगे।