कोरोना वायरस को रोकने के लिए सभी देशों में लॉकडाउन लगाया गया है। जिसकी वजह से यात्रा प्रतिबंधों के कारण कई छात्र विभिन्न भारतीय राज्यों में फंसे हुए हैं साथ ही विदेशों में भी कई भारतीय नागरिक भी फंसे हुए हैं। वहीं विदेशों में फंसे लोगों को भारत वापस लाने के लिए भारत सरकार ने वंदे मातरम् मिशन शुरू किया है। वहीं इस मिशन के बीच संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले माता-पिता ने सरकारों से एक बड़ी अपील की है।
खलीज टाइम्स के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले माता-पिता ने भारत में फंसे अपने बच्चो को लेकर सरकारों से वंदे भारत मिशन की विशेष उड़ानों के जरिये अपने बच्चों को वापस लाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि जो विमान बिना यात्रियों के विदेश में जाकर भारतीय नागरिकों को स्वदेश लेकर आ रहे हैं। उन विमानों के जरिये उनके बच्चो को वापस उनके देश लाया जाए।
करीब 20 साल से दुबई में रहने वाले निवासी दीपा बेलानी और रोहित ने अपने 13 वर्षीय बेटे युवराज से दूर हैं। उन्होंंने यूएई और भारतीय अधिकारियों से ऐसे छात्रों को विशेष विमानों में वापस लाने का अनुरोध किया जो यूएई के लिए खाली उड़ान भरते हैं। दुबई के निवासी दीपा बेलानी और रोहित का बेटा युवराज पिछले दो वर्षों से तमिलनाडु के कोडाइकनाल के एक स्कूल में पढ़ता है। वह छुट्टियों और मध्यावधि अवकाश के दौरान वापस दुबई आता है। लेकिन लॉकडाउन करने की वजह से वह यहीं पर फंस गया। बता दें, 17 मार्च को कोविद -19 स्थिति के कारण उनका स्कूल अस्थायी रूप से बंद हो गया। वहीं युवराज ने दुबई जाने के लिए 19 मार्च को फ्लाइट टिकट बुक करवाई थी लेकिन लॉकडाउन की वजह से उसकी फ्लाइट कैंसिल हो गयी।
ऐसे कई छात्र है जो विदेशों से भारत पढ़ने के लिए आए थे लेकिन लॉकडाउन कारण वो कही नहीं जा सकते क्योंकि लॉकडाउन के कारण हॉस्टल भी बंद कर दिए गये हैं। वहीं विदेशों में रहने वाले कई माता-पिता ने भारतीय दूतावास से अनुरोध किया है कि कृपया इस मामले में हस्तक्षेप करें और अपने बच्चों को वापस लाने में सहायता करें।