हर किसी की ज़िन्दगी में मुसीबत आती है लेकिन जो इन मुसीबतों को पार कर जाए वो ही असली बाजीगर होता है। ऐसे ही एक बाजीगर तेजिंदर मेहरा जिनकी ज़िन्दगी में मुसीबत उनके पैदा होने के साथ ही शुरू हो गयी लेकिन उन्होंने हर नहीं मानते हुए इस मुसीबत का सामना किया और वो सफलता उनके कदम चूम रही है।
जानकारी के अनुसार, तेजिंदर मेहरा का जन्म सिर्फ एक हाथ के साथ हुआ। जिसकी वजह से उनके ख़ुद के माता-पिता ने उन्हें 20,000 में बेच दिया और उनकी माता-पिता ने उन्हें भीख मांगने वाले गिरोह को बेच दिया था। लेकिन तेजिंदर की अपनी बुआ ने अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद तेजिंदर को अपने पास रखकर पालने का सोचा और फिर भिखमंगो के गिरोह से उन्हें छुड़ा कर अपने घर ले आई। वहीं तभी से तेजिंदर के संघर्ष की शुरुआत हुई और कोरोना की वज़ह से काम बंद होने पर भी वह चिकन टिक्का किंग के नाम से प्रसिद्ध हो चुके हैं।
तेजिंदर की बुआ पैसे नहीं थे लेकिन फिर भी किसी तरह उन्होंने तेजिंदर को पढ़ाया। साथ ही बुआ उनका पूरा ख़्याल भी रखा। तेजिन्दर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहते थे, लेकिन आर्थिक परेशानी के कारण थोड़ी बहुत पढ़ाई करने के बाद तेजिंदर को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी। पढ़ाई छोड़ने के बाद तेजिंदर ने घर ख़र्च के लिए काम ढूँढना शुरू किया। वहीं नौकरी ढूँढने के साथ ही तेजिंदर का लगाव वर्कआउट की तरफ़ बढ़ा और वह अपने घर पर ही वर्कआउट करने लगे।
पहले तेजिंदर ने सरकारी जिम ज्वाइन किया फिर प्राइवेट जिम गया। इस तरह उनके कैरियर में जिम की शुरुआत हुई। जिम जॉइन करने के दौरान ही उनके कोच दिनेश ने साल 2016 में तेजिंदर को मिस्टर दिल्ली प्रतियोगिता में अपना नाम रजिस्टर करवाने को बोला और तेजिंदर ने अपना नाम रजिस्टर कराया और टाइटल भी जीता और इतना ही नहीं उसके बाद लगातार तेजिंदर ने 2016 और 2018 में भी टाइटल जीता।
इसके बाद आर्थिक स्थिति ठेक नहीं होने पर जिम में काफ़ी अनुभव मिलने के बाद तेजिंदर एक फिटनेस कोच बन, लोगों को ट्रेनिंग देना शुरू किया। लेकिन दुर्भाग्यवश एक बार फिर उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी जब लॉकडाउन में सब कुछ बंद हो गया, वहीं इस लॉकडाउन के दौरान भी तेजिंदर ने हिम्मत नहीं हारी और अपने ट्रेनर से 30 हज़ार रुपए उधार लेकर दिल्ली में ही एक चिकन पॉइंट की शुरुआत कर दी। तेजिंदर का यह आइडिया पूरी तरह से हिट हुआ और उनका यह चिकन प्वाइंट लोगों को बहुत पसंद आया।
तेजिंदर अपने स्टॉल पर हाफ प्लेट चिकन टिक्का 150 रुपए में तो वहीं फुल प्लेट टिक्का 250 रुपए में बेचते हैं। वहीं ये चिकन टिक्का वो एक हाथ से बनाते हैं। वहीं स्वाद और गुणवत्ता अच्छी होने के कारण उनके स्टाल पर काफ़ी भीड़ होती है।