इस समय सभी देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं। दुनियाभर में अभी तक इस कोरोना वायरस से 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौ’त हो चुकी है साथ ही 22 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इस वायरस के संक्र’मण को रोकने के लिए सभी देशों ने लॉकडाउन का ऐलान किया है और इस लॉकडाउन की वजह से सभी यात्रा भी रद्द कर दी गयी है
वहीं लॉकडाउन के बीच शुक्रवार को भारत के राज्य मध्य प्रदेश के इंदौर एयरपोर्ट पर पहली बार विशेष अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान आया।ये अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान शारजाह से आया था और अब यह विशेष विमान भारत से हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के 315 पैकेट लेकर जोहान्सबर्ग (साउथ अफ्रीका) के लिए रवाना हो गया है।
एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार, ये कार्गो फ्लाइट से इंडियन फार्मा इंटरप्राइजेस ने मलेरिया की दवाई जोहान्सबर्ग की कंपनी को भेजी है। दरअसल भारत की कई दवा कंपनियां बड़े स्तर पर हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का उत्पादन करती हैं और ये दवाई मलेरिया बीमारी से लड़ने में मदद करती है वहीं ये दवाई कोरोना वायरस से लड़ने में कारगर साबित हुई है जिसकी वजह से सभी देश भारत से इस दवाई की मांग कर रहे हैं और भारत भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस दवाई की स्टॉक सभी देशों में पहुंचा रहा है।
वहीं सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी से कोरोना से लड़ने में मदद करने के लिए इस हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवाई अमेरिका को देने की गुजारिश की थी। जिसके बाद भारत सरकार ने इस दवा के निर्यात पर रोक हटा दी और अमेरिका समेत कई देशों को इस दवाई की सप्लाई की है।
आपको बता दें, भारत में हर साल में बड़ी तादाद में लोग इस मलेरिया बीमारी की चपेट में आते हैं, जिसकी वजह से भारत इस दवाई का निर्माण सबसे ज्यादा करता है। और इस वजह से भारत के पस्सिस दवाई का भरपूर स्टॉक है।