टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने टीम को एक खास सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम को ऑलराउंडर की खोज से आगे बढ़ना होगा। साथ ही उन्होंने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अलावा डोमेस्टिक क्रिकेट पर फोकस करने की बात कही है।
पढ़िए क्या कहा है गंभीर ने
मालूम हो कि भारतीय टीम के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या लंबे अरसे से खराब फिटनेस और चोट से जूझ रहे हैं। ऐसे में टीम प्रबंधन ने उनकी जगह पर वनडे और टी20 में कई खिलाड़ियों को मौका दिया है। बीसीसीआई के इस फैसले पर अब गौतम गंभीर की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा,”अगर आपके पास कुछ नहीं है, तो उसके लिए मत जाइए। आपको स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगा और खिलाड़ियों को इंटरनेशनल लेवल के बजाय घरेलू क्रिकेट में तैयार करना होगा।”
बाएं हाथ के पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने आगे कहा, “मैंने हमेशा माना है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट किसी को तैयार करने के बारे में नहीं है। घरेलू और इंडिया ए लेवल पर खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए। जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं तो आपको वहां जाने और सीधे प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहना चाहिए।”
गौतम गंभीर ने आगे कहा, “हम लगातार इस बात की चर्चा करते हैं कि कपिल देव के बाद हमारे पास ऑलराउंडर नहीं है। सच कहूं तो हमें आगे बढ़ना चाहिए और रणजी ट्रॉफी से ही खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए और जब आपको लगे कि वो तैयार हो गए हैं तो उन्हें सीधे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ले आएं।”
वेंकटेश अय्यर को वनडे में मौका नहीं
गौरतलब है की दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर टीम प्रबंधन ने वेंकटेश अय्यर को तीन वनडे सीरीज के लिए टीम में हरफनमौला की भूमिका निभाने के लिए शामिल किया था। इस सीरीज के पहले मैच में उन्हें गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला था। जबकि टीम ने सीरीज के अंतिम मुकाबले से बाहर कर दिया गया था।
इस युवा खिलाड़ी को 6 फरवरी से शुरू होने वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज में टीम में जगह नहीं दी गई है। चयनकर्ताओं के इस फैसले पर कई पूर्व दिग्गजों ने सवाल भी उठाए हैं। इसी क्रम में गौतम गंभीर ने कहा कि एक खिलाड़ी का टीम में चयन हो जाने के बाद उसे अधिक से अधिक मौके देने की जरूरत होती है।