New Delhi: केंद्रीय खेल मंत्रालय ने BCCI को साफ तौर पर ये समझा दिया है कि दुनिया भर में चल रहे कोरोना वायर’स के प्र’कोप के बीच होने वाले किसी भी खेल का आयोजन को बं’द दरवाजों के पीछे ही करना होगा। सरकार से मिले निर्देश के बाद ये तो तय हैं कि अब BCCI अगर IPL मैच का आयोजन करेगी तो, उसे बंद दरवाजे के पीछे बिना ऑडियंस के करना होगा। मीडिया से बात करते हुए इस फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया है और वर्ल्ड है’ल्थ ऑर्गनाइजेशन ने कोरोनो वाय’रस को फैलने वाली “महा’मारी” घोषित कर दी है। ऐसे संकट के समय में बंद दरवाजों के पीछे मैच खेलने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
वही खेल सचिव ने कहा कि अगर कोई खेल है, जिसे रोका नहीं जा सकता तो, अच्छा यही हैं कि उसे बंद दरवाजे के बीच में ही खेला जाए, ये सुनिश्चित किया जाए कि स्टेडियम में कोई ऑडियंस ना हो। BCCI से शनिवार को मुंबई में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में इस मामले पर अंतिम फैसला लेने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया “यह राज्य सरकार है जिसे भीड़ को मैनेज करना है और जिनके पास महा’मारी रोग अधिनियम (1897 की महामारी अधिनियम) के तहत शक्ति है।” मंत्री समूह की बुधवार को हुई दूसरी बैठक में बढ़ते हुए कोरोनावायरस मामले को मद्देनजर रखते हुए 15 अप्रैल तक कुछ ऑफिशियल कैटेगिरीज को छोड़कर सभी वीजा रद्द कर दिए गए।
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीटर कर देशवासियों से अपील की है कि कोरोना वाय’रस से घ’बराने की जरूरत नहीं हैं। सरकार इसको लेकर सत’र्क है और जरूरी कद’म उठा रही है। आपको बता दें, स्वा’स्थ्य और विमा’नन मंत्रालय ने कई नोटि’फिकेशन जारी करते हुए बताया है कि विदेश से आने वाले लोगों का वी’जा 15 अप्रैल तक के लिए स’स्पेंड कर दिया है, ताकि मैन टू मैन कॉ’न्टैक्ट से फै’ल रहे वाय’रस पर कंट्रो’ल किया जा सके, हालांकि यह प्रति’बंध सयुंक्त राष्ट्र संघ राजनायिकों, अधिकारियों और अंतर’राष्ट्रीय संग’ठनों के कर्मचारियों पर ला’गू नहीं रहेगी। माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले के बाद विदेशी खिलाड़ियों का भारत में आईपीएल खेलने का मुश्किल हो सकता हैं, हालांकि अब तक बीसीसीआई की तरफ से इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया आना बाकी है।