भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया कानपुर टेस्ट ड्रॉ हो गया है। पूरे पांच दिन चला ये टेस्ट मैच अपने आखिरी ओवर तक खेला गया, हालांकि टीम इंडिया जीत से बस एक कदम दूर रह गई और ड्रा से संतोष करना पड़ा।
इस मैच में भारत की तरफ से जिस बल्लेबाज का सबसे शानदार खेल का प्रदर्शन देखने को मिला। वे डेब्यू कर रहे भारतीय बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर रहे। अय्यर ने पहली पारी में शतकीय पारी और दूसरी पारी में अर्धशतक लगाने के लिए मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
अय्यर ने दिखाया धैर्य
भारत के शीर्ष क्रम को रविवार को टेस्ट मैच के चौथे दिन जब अपनी दूसरी पारी में एक भयानक पतन का सामना करना पड़ा। टीम का स्कोर 51/5 पर हो गया था और हारने की स्थिती बन गई थी। अय्यर ने धैर्य दिखाया और अपनी शानदार पारी से मेजबान टीम को संकट से उबारने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की।
अश्विन और साहा के साथ की अहम साझेदारियां
उन्होंने आर अश्विन (32) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी की और रिद्धिमान शाह के साथ सातवें विकेट के लिए 64 रन जोड़े। साहा ने भी 61 रन की अहम पारी खेली।
गुरु राहुल द्रविड़ की खास सलाह
अय्यर ने मुख्य कोच द्रविड़ से मिली सलाह के बारे में बताया। साथ ही यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने खुद को इतनी दबाव की स्थिति में पाया क्योंकि उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी इस तरह की पारियां खेली हैं।
“मैं पहले भी इस स्थिति में खेल चुका हूँ। तब में रणजी टीम के लिए खेलता था। तब ऐसी परिस्थिति बहुत बार आयी है। माइंडसेट सत्र खेलने और अधिक से अधिक गेंदें खेलने का था। मैं बहुत आगे की नहीं सोच रहा था, बस ध्यान केंद्रित कर रहा था।”
उन्होंने खुलासा किया कि द्रविड़ ने उन्हें जितना हो सके उतनी गेंद खेलने को कहा था। अपने पदार्पण टेस्ट मैच की दो पारियों में 105 और 65 रन बनाने वाले इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, “राहुल द्रविड़ सर ने मुझसे ज्यादा से ज्यादा गेंद खेलने और टिके रहने को कहा था।”