टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही 5 टेस्ट मैचों की प्रतिष्ठित बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में मेजबान टीम ने भारत को 10 विकेट के बड़े अंतर से हराकर सीरीज 1- 1 से बराबर कर ली है।
सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच पिंक बॉल टेस्ट मैच था। जहां पर टीम इंडिया के बल्लेबाज बुरी तरह से फ्लॉप रहे।
बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 295 रनों के बड़े अंतर से पराजित करके सीरीज में 1- 0 की बढ़त ले ली थी। मगर दूसरे टेस्ट मुकाबले में 10 विकेट की हार टीम इंडिया के लिए बुरी साबित हुई और अब सीरीज 1- 1 से बराबरी पर है।
दूसरा टेस्ट मुकाबला गंवाने के साथ टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका में पहले स्थान से तीसरे स्थान पर लुढ़क गई है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में ऑस्ट्रेलिया पहले पर दक्षिण अफ्रीका दूसरे पर और टीम इंडिया तीसरे पायदान पर है।
सीरीज के पहले टेस्ट मुकाबले में शानदार शतक लगाने वाले विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल दूसरे टेस्ट मुकाबले में बुरी तरह फ्लॉप हुए तो दूसरी तरफ गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह भी उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके। ऐसे में टीम इंडिया को दूसरे टेस्ट मुकाबले में 10 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी।
आईए जानते हैं उन 3 कारणों के बारे में जिनके चलते टीम इंडिया दूसरे टेस्ट मुकाबले में हार गई है।
कप्तान रोहित शर्मा ने की एक छोटी गलती
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा सीरीज के पहले टेस्ट मुकाबले में निजी कारणों के चलते नहीं खेले थे। हालांकि, दूसरे टेस्ट मुकाबले के लिए वह मैदान पर उतरे थे लेकिन दूसरे टेस्ट मुकाबले में रोहित पारी की शुरुआत ना करके टीम इंडिया के लिए मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने आए और बुरी तरह फ्लॉप रहे। टीम इंडिया को उनकी ये छोटी गलती बहुत भारी पड़ते नजर आयी।
डे – नाइट टेस्ट मुकाबले की पहली इनिंग में उनके बल्ले से सिर्फ 6 रन निकले और दूसरी पारी में रोहित 3 रन बनाकर आउट हुए। टीम इंडिया के नियमित कप्तान रोहित एडिलेड टेस्ट में अगर ओपनिंग करने आते तो संभवत टीम इंडिया मैच की पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने में सफल रहती और मैच का परिणाम भी बदल सकता था।
ज्यादा डिफेंसिव होने के चक्कर में बल्लेबाज हुए फ्लॉप
आपको बताते चलें कि दूसरे टेस्ट मुकाबले की पहली पारी और दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने आक्रामक रुख नहीं अपनाया। जिसके चलते भारतीय टीम पहली पारी में 180 रन पर और दूसरी पारी में 175 रन पर सिमट गई।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया के लिए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए ट्रेविस हेड ने सर्वाधिक 140 रन बनाए। उनकी इस तेज तर्रार पारी ने मुकाबले में अंतर पैदा किया और मैच ऑस्ट्रेलिया की झोली में चला गया। भारत की तरफ से अगर नीतीश रेड्डी को छोड़ दिया जाए तो किसी भी बल्लेबाज ने खुलकर खेलने की जहमत नहीं उठाई।
नीतीश रेड्डी भारत के लिए दोनों पारियों में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
पर्थ जैसी गेंदबाजी नहीं कर पाए गेंदबाज
टीम इंडिया के गेंदबाजों ने एक तरफ जहां पहले टेस्ट मुकाबले में मेजबान टीम को हाशिए पर ला दिया था। तो वहीं दूसरे टेस्ट मुकाबले में भारतीय गेंदबाजी पूरी तरह से फीकी दिखाई दी। टीम इंडिया के गेंदबाज दूसरे टेस्ट मुकाबले में बेअसर साबित हुए। ऐसे में मुकाबला भारत के हाथ से निकल गया।
ये भी पढ़ें- IND vs AUS: एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया को मिली 10 विकेट से शर्मनाक हार, देखें मैच का पूरा स्कोरकार्ड