भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज यानी कि 20 सितंबर से तीन टी-20 मुकाबलों की सीरीज का आगाज होना है। सीरीज़ का यह पहला मुकाबला मोहाली के पीसीए स्टेडियम में खेला जाना है। इस बीच दोनों टीमें आईसीसी T20 वर्ल्ड कप 2022 की तैयारियों के चलते मैदान पर हैं।
आगामी महीने में आस्ट्रेलिया के सरजमी पर T20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है। इस बीच दोनों टीमों के बारे में खूब चर्चा हो रही है। मगर बहुत ही कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के क्रिकेट खिलाड़ियों की तनख्वाह भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से काफी अधिक है।
दोनों टीमों के खिलाड़ियों की सैलरी में है इतना अंतर
आपको बताते चलें भारत और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट खिलाड़ियों की तनख्वाह के बीच में बड़ा अंतर है। बात करें अगर बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की तो भारतीय टीम के ग्रेड A+ के क्रिकेटरों को 7 करोड़। बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के ग्रेड ए+ में केवल तीन खिलाड़ी की जगह बना सके हैं। इनमें विराट कोहली कप्तान रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह हैं।
वहीं ग्रेड ए के क्रिकेटरों को 5 करोड़, ग्रेड बी के क्रिकेटरों को 3 करोड़ और ग्रेड C के क्रिकेटरों को एक करोड़ रुपए वार्षिक तौर पर दिए जाते हैं।
बोर्ड कितना रुपया देता है ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को?
दूसरी तरफ अगर बात करें कंगारू क्रिकेटरों की तनख्वाह की तो टेस्ट टीम के कप्तान पैट कमिंस को तकरीबन 10.70 करोड़ रुपए वार्षिक तौर पर मिलते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को तकरीबन 8.56 करोड़ दिए जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को तनख्वाह के रूप में 8.2 करोड़ों रुपए।
तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को 7.49 करोड़ की सैलरी मिलती है और इन क्रिकेटरों की तनख्वाह भारत के शीर्ष 3 क्रिकेटरों की सैलरी से कहीं ज्यादा है।
ये बड़े क्रिकेटर कंगारूओंं के सामने कहीं नहीं टिकटे
आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के ग्रेड ए+ में केवल तीन खिलाड़ी की जगह बना सके हैं। इनमें विराट कोहली कप्तान रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह हैं।
इन तीनों खिलाड़ियों को बीसीसीआई के सेंट्रल कांट्रैक्ट के अनुसार सालाना 7 करोड़ों रुपए मिलते हैं। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों से इनकी तुलना पर इनकी सैलरी कम होती है।