IND vs ENG: टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे एजबेस्टन टेस्ट में चार दिनों का खेल खेला जा चुका है। चार दिनों का खेल संपन्न होने तक भारतीय टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा है। इंग्लैंड के सामने 378 रनों के बड़े लक्ष्य को रखने वाली भारतीय टीम मुकाबले में अब बैकफुट पर नजर आ रही है। मेजबान टीम ने मेहमानों द्वारा दिए गए 378 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन 3 विकेट खोकर 259 रन स्कोर बोर्ड पर लगा लिए हैं।
ऐसे में अब इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए सिर्फ 119 रनों की ही दरकार है। इंग्लैंड की टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने के लिए सबसे अधिक श्रेय जो रूट (Joe Root) और जॉनी बेयरस्टो (Jonny Bairstow को जाता है। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच चौथे विकेट के लिए 150 रनों की पार्टनरशिप हो चुकी है।
जो रूट (76) और जॉनी बेयरस्टो (72) क्रीज पर डटे हुए हैं। लेकिन इंग्लैंड इस स्थिति में नहीं होता अगर जॉनी बेयरस्टो के 14 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर भारतीय फील्डर द्वारा उनका कैच नहीं टपकाया जाता।
सिराज की गेंद पर हनुमा विहारी ने छोड़ा था कैच
टीम इंडिया ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 109 रनों पर तीन विकेट हासिल कर लिए थे। और ऐसे में भारतीय टीम की मुकाबले पर पकड़ मजबूत होती जा रही थी लेकिन पहली पारी में सेंचुरी लगाने वाले जॉनी बेयरस्टो का विकेट भारतीय टीम के लिए काफी अहम था। जॉनी बेयरस्टो किसी भी क्षण मैच का रुख पलटने की क्षमता रखते।
ऐसे में इस खिलाड़ी को आउट करना बहुत जरूरी था। लेकिन जब वह 14 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे उस दौरान भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की एक गेंद पर स्लिप में फील्डिंग कर रहे हनुमा विहारी (Hanuma Vihari ) ने उनका कैच छोड़ कर उन्हें जीवनदान दे दिया। जिसके बाद से भारत के हाथ से मुकाबले पर पकड़ कमजोर होती गई।
विकेटकीपर पंत ने भी की बड़ी गलती
भारतीय टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने भी जॉनी बेयरस्टो को जीवनदान दिया। जिस दौरान ऋषभ पंत ने जॉनी बेयरस्टो का कैच छोड़ा उस गेंद को जॉनी बेयरस्टो लेग की तरफ कहना चाह रहे थे।
गेंद ऋषभ पंत के पास गई लेकिन वह इस गेंद को कैच में तब्दील नहीं कर पाए।इतना जरूर है कि यह कैच मुश्किल जरूर था लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह की कैच हमेशा पकड़े जाते हैं। भारतीय टीम के फील्डरों ने जॉनी बेयरस्टो के दो कैच छोड़े जिनकी बदौलत ये इंग्लिश बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में कामयाब रहा। और वह अभी भी 72 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं।