भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज का दूसरा एवं अंतिम मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा है। बारिश की वजह से पहले दिन का खेल ढाई घंटे की देरी के साथ शुरू हुआ। मुकाबले के पहले दिन भारत के लिए पारी की शुरुआत करने वाले सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल शानदार शतक जड़कर क्रीज पर टिके हुये हैं।
पहले दिन 120 रन की शानदार पारी खेलने वाले मयंक अग्रवाल को पूरा भरोसा है कि रोहित शर्मा और केएल राहुल टीम में वापसी करने के बाद अपनी जगह बनाए रखना आसान नहीं होगा। मयंक अग्रवाल का साफ तौर पर मानना है कि कोच द्रविड़ द्वारा दी गई सलाह का लाभ मिला है। इसके अलावा सुनील गावस्कर की बैटिंग की वीडियो देखने का भी फायदा मिला है।
द्रविड़ ने कहा था बड़ी पारी खेलने को
मयंक अग्रवाल ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा,जब मुझे प्लेइंग इलेवन में चुना गया तो राहुल भाई (द्रविड़) ने मुझसे बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि जो मेरे हाथ में है उसे कंट्रोल करो और मैदान में उतर कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करो।”उन्होंने (द्रविड़) मुझसे कहा था जब आपको अच्छी शुरुआत मिल जाए तब उसे बड़ी पारी में बदलने की कोशिश करो। मुझे जो शुरुआत थी, उसे भुनाने में खुशी है। लेकिन राहुल भाई की ओर से वह संदेश बिल्कुल साफ था कि मैं इसे यादगार बनाऊं।’
सुनील गावस्कर की सलाह पर अमल करने का नतीजा है ये शतक
मुंबई टेस्ट मुकाबले में शतकीय पारी खेल कर नाबाद रहने वाले मयंक अग्रवाल ने आगे कहा, “यह मेरे लिए दुर्भाग्यपूर्ण था कि मैं इंग्लैंड में नहीं खेल सका। मुझे चोट लग गई थी और मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था। मैंने इसे स्वीकार कर लिया और कड़ी मेहनत करना जारी रखा और अपनी प्रक्रिया और खेल पर काम करना जारी रखा।’
गावस्कर ने अपने कमेंट्री सत्र के दौरान इस बारे में बात की कि कैसे उन्होंने अग्रवाल को अपनी बैक-लिफ्ट (बल्ला पकड़ने की स्थिति) को कम करने की सलाह दी थी। इस सलामी बल्लेबाज ने कहा कि वह इसे अमल में लाने की कोशिश कर रहे हैं।
मयंक ने कहा, ‘उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे अपनी पारी में शुरुआत में बल्ले को थोड़ा नीचे रखने पर विचार करना चाहिए। मैं उसे थोड़ा ऊंचा रखता हूं। मैं इतने कम समय में इसमें बदलाव नहीं कर सकता। मैंने उनकी वीडियो को देखकर उनके कंधे की स्थिति पर ध्यान दिया।”