टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने जोहानेसबर्ग के बान रस में साउथ अफ्रीका के हाथों मिली 7 विकेट की हार के बाद हार की वजह पर बात करते हुए कहा कि टीम इंडिया एक नहीं बल्कि 3 कारणों से मुकाबला गंवाया है।
भारत के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि टीम इंडिया को मोहम्मद सिराज का चोटिल होना खल गया है। मगर भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से इस मुकाबले में नाकाम रही है।
सिराज की चोट ने पैदा किया अंतर
भारतीय टीम के तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 111 रनों से हराकर बेहतरीन शुरुआत की थी। मगर दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के यहां तो टीम इंडिया 7 विकेट से मात खा गई।
कई कारण है पहले तो विराट कोहली पीठ की समस्या के चलते दूसरे टेस्ट में बाहर हो गए तो वहीं, मोहम्मद सिराज भी मुकाबले के दौरान चोटिल हो गए। भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने माना कि अगर मोहम्मद सिराज फिट होते तो एक समूह के रूप में तेज गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहते।
गौतम गंभीर ने इंडिया की हार के कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत दूसरे टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजी के चलते मात खा गया है। यदि मोहम्मद सिराज दूसरे टेस्ट के दौरान हंड्रेड परसेंट फिट होते तो टीम के कप्तान के एल राहुल अपने दो मुख्य गेंदबाजों को बेहतरीन ढंग से रोटेट कर पाते।
आप सभी को पता है कि गेंद एक बार गीली हो जाने के बाद आर अश्विन की मदद नहीं करेगी। ऐसे आपको मानना होगा कि भारतीय टीम केवल 3 गेंदबाजों के साथ ही खेल रही थी। ऐसी स्थिति में अगर आप 3 बॉलर्स से 8 विकेट चटकाने की उम्मीद लगाते हैं तो यह सरासर बेईमानी होती है।
दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने छोटी गेंद डाल कर किया बल्लेबाजों को परेशान
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बात करते हुए कहा कि साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने हाइट का बेहतरीन फायदा उठाया और टीम इंडिया के बल्लेबाजों को छोटी गेंद डालकर परेशानी में डालते रहे। अलावा उन्होंने कहा आप तेज गेंदबाजों को सामने वाली टीम के बल्लेबाजों को छोटी गेंद डालने का एक्सपेरिमेंट करें।
साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कुछ ऐसा ही कर रहे थे। उनकी हाइट अधिक है और इसलिए वे भारतीय टीम के बल्लेबाजों को दबाव में आसानी से ला सके। जबकि भारत के तेज गेंदबाज बुमराह से आप ऐसी उम्मीद कर सकते हैं मगर इस तरह की गेंदें मोहम्मद शमी नहीं कर सकेंगे।
जबकि गंभीर का मानना है कि जसप्रीत बुमराह भी फुल लेंथ की गेंदबाजी करने की क्षमता रखती हैं। मगर आप मार्को जंक्शन या कैगिसो रबाडा को देखेंगे तो उनकी नेचुरल हाइट गेंद के पीछे होती है। यह दोनों टीमों के गेंदबाजों में बड़ा अंतर है।
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पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहने के चलते मिली हार
गौतम गंभीर ने टीम इंडिया की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा अगर आप टॉस जीतने में सफल होते हैं तो पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुनते हैं। इसके बाद पूरी टीम 200 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो ऐसी स्थिति में आप बढ़त को खो देते हैं।
सेंचुरियन टेस्ट में टीम इंडिया ने 350 रन से अधिक का स्कोर बनाया और मुकाबला अपने नाम किया जबकि वांडरर्स मुकाबले में भारतीय टीम 202 रनों पर ही पहली पारी में ऑल आउट हो गई थी। जिसके चलते टीम को दूसरा मुकाबला गंवाना पड़ा।