भारत और श्रीलंका के बीच खेली गई तीन टी-20 मैचों की सीरीज टीम इंडिया ने 3-0 से अपने नाम कर ली है। ऐसे में अब मेहमान टीम के पास भारत दौरे पर T-20 सीरीज में सिर्फ हार की कड़वी यादें ही शेष रह गई हैं। भारत के खिलाफ सीरीज के पहले दो मुकाबले गंवाने के बाद श्रीलंका के कप्तान दासून शनाका को तीसरे टी-20 मुकाबले में वापसी की उम्मीद थी मगर उनके खिलाड़ियों ने कप्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
सीरीज के अंतिम टी-20 मुकाबले में मेहमान टीम के कप्तान ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। मगर उनका यह फैसला श्रीलंका टीम के खिलाफ गया। मेहमान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 146 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने 16 ओवर 5 गेंद खेलकर लक्ष्य को हासिल कर लिया।
ढह गई श्रीलंका की बल्लेबाजी
श्रीलंका और भारत के बीच खेली गई T20 सीरीज में श्रीलंका के बल्लेबाजों ने अपने फैंस को बुरी तरह निराश किया है। अगर तीसरे टी20 मुकाबले पर नजर डालें तो श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही उसकी शीर्षक्रम के चार बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए।
लेकिन दूसरी तरफ आखिरी में कप्तान दासुन शनाका ने विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करती हुई सिर्फ 38 गेंदों में 74 रन उड़ा डालें। मगर दूसरी छोर के बल्लेबाजों से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। ऐसे में श्रीलंका की टीम पूरे और खेल कर 146 रन ही स्कोर बोर्ड पर लगा पाई। इस दौरान उसके पांच बल्लेबाज भी पवेलियन लौटे।
मेहमान टीम ने गवांई 3-0 से सीरीज
दूसरी तरफ मुकाबले में गेंदबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम के गेंदबाज 146 रनों के इसको को भी सुरक्षित नहीं रख पा ई। उनकी तरफ से सिर्फ दुष्मंथा चमीरा ने शानदार गेंदबाजी की। उनके अलावा कोई दूसरा गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों पर प्रेशर नहीं बना सका। ऐसे में टीम इंडिया ने 4 विकेट खोकर 19 गेंद शेष रहते ही मुकाबला अपने नाम कर लिया।
श्रीलंका के कप्तान ने सीरीज हार ने के बाद जताई निराशा
पूरी T20 सीरीज में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली श्रीलंकाई टीम के कप्तान दासुन शनाका मैच खत्म होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारे सीनियर गेंदबाजों की गैर मौजूदगी में ये मुश्किल होने वाला था। फिर भी हमने परिस्थितियों में अच्छा खेल खेलने की कोशिश की है। आज फिर बल्ले से पहले छह ओवरों को भुना नहीं पाए।
हमारे तेज गेंदबाजों ने पिछले एक साल से अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन गति के साथ गेंदबाजों को नियंत्रण पर भी ध्यान देने की जरूरत है। यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है, हमें अनुशासन दिखाना होगा। परिस्थितियों के बारे में शिकायत नहीं कर सकते।”