भारतीय टीम के खिलाफ श्रीलंका की टीम को कड़ी हार झेलनी पड़ी है। भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला पंजाब के मोहाली स्थित आईएस बिंद्रा स्टेडियम में हुआ।
इस मुकाबले में टॉस जीतकर भारत के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 574/8 का बड़ा स्कोर बनाकर पारी घोषित करने का निर्णय किया। जिसके बाद श्रीलंका की टीम अपनी पहली पारी में केवल 174 रनों पर ऑल आउट हो गई।
जिसके बाद भारत के कप्तान Rohit Sharma ने श्रीलंका को फॉलोआन देने का फैसला किया। फॉलोआन मिलने के बाद बल्लेबाजी करते हुए भी श्रीलंका की हालत में अधिक सुधार नहीं हुआ और पूरी टीम 178 रन पर पवेलियन लौट गई।
श्रीलंका के कप्तान Dimuth karunaratne ने सीधे तौर पर बल्लेबाजों को माना हार का जिम्मेदार
भारत के हाथों कड़ी शिकस्त मिलने के बाद श्रीलंका के कप्तान Dimuth Karunaratne के चेहरे पर हार का दर्द साफ तौर पर छलक रहा था। इसके साथ ही कप्तान Dimuth Karunaratne ने सीधे तौर पर टीम के बल्लेबाजों को दोषी मानते हुए अगले टेस्ट मैच में बल्लेबाजी में सुधार करने की बात कही है।
उन्होंने कहा, ” हमने कभी नहीं सोचा था कि यह मैच 3 दिन में खत्म हो जाएगा। बल्लेबाजों को लंबी पारियां खेलनी होंगी। जब आप भारत के खिलाफ खेल रहे हो तो आपको शुरू से ही मौके का फायदा उठाना होता है। इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान था एक बार शुरुआत के बाद बड़ा स्कोर बनाना होगा।”
तीन गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला साबित हुआ गलत
Dimuth karunaratne ने आगे कहा,’अगर हमने बेहतर गेंदबाजी की होती तो हम उन्हें रोक सकते थे। हमने लगा था कि विकेट टूटेगा और पिच तीसरे दिन से टर्न लेना शुरू करेगी। हम इस बात को ध्यान में रखकर तीन तीन तेज गेंदबाज़ों के साथ उतरे थे। हालांकि, हमने जैसा सोचा, ठीक वैसा हुआ नहीं। हम अपनी योजना को ठीक तरह से लागू नहीं कर पाए।’
हद से ज्यादा रक्षात्मक दिखी श्री लंका की टीम
उन्होंने कहा, ‘हम काफी रक्षात्मक रहे या फिर बल्ले से काफी आक्रामक रहे, स्ट्राइक रोटेट करके इसमें संतुलन बनाने की जरूरत है। एक बल्लेबाजी यूनिट के रूप में हमें अपना पलड़ा भारी रखना होगा और बड़ा स्कोर खड़ा करना होगा। हमने पहले दो सत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन जब गेंद पुरानी हो गई तो हम रन नहीं बना सके। हमें इन चीजों पर काम करने की जरूरत है।’