एजबेस्टन में खेले जा रहे इंग्लैंड और भारत के बीच पांचवे टेस्ट में टीम इंडिया की कमान तेज गेंदबाज Jasprit Bumrah संभाल रहे हैं। कपिल देव के बाद Jasprit Bumrah ऐसे तेज गेंदबाज हैं, जिन्हें ये जिम्मेदारी मिली है।
पहली बार टीम की कप्तानी संभाल रहे Jasprit Bumrah अपनी शानदार गेंदबाजी से एजबेस्टन टेस्ट में टीम की सफलता में कई महत्वपूर्ण योगदान दे चुके हैं। इतना ही नहीं उनके द्वारा की गयी गलती भी टीम इंडिया के लिये सही साबित हो गयी। अब आप सोच रहे होंगे कि गलती से कैसे टीम का फायदा हो सकता है। तो हम आपको बताते हैं कि पूरा मामला वाक्या है।
जब 5 साल पहले जसप्रीत बुमराह की एक गलती पड़ी थी भारतीय टीम को भारी
रोहित शर्मा के कोरोना संक्रमित होने की वजह से जसप्रीत बुमराह पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं। इस मौके का ये खिलाड़ी पूरा फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है। टेस्ट के पहले 2 दिनों में Jasprit Bumrah का प्रदर्शन काबिल-ए-तारीफ रहा है। ऐसे में उनकी एक गलती भी टीम इंडिया की सफलता का कारण बन गयी, जो कभी इसी टीम के लिये मुश्किल साबित हुई थी।
2017 की चैंपियंस ट्रॉफी तो सभी को याद होगी। उस वक्त भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल का टिकट कटवाया था।
फाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ था और भारतीय टीम वो मैच हार गयी थी। भारतीय टीम की हार के पीछे सबसे बड़ा योगदान पाकिस्तान के पेसर मोहम्मद आमिर और सलामी बल्लेबाज फखर जमां का था।
फखर ने शानदार शतक जड़ा था, अगर वे उस दिन जल्दी आउट हो जाते तो शायद खेल का निर्णय कुछ और होता। फखर जमां जल्दी आउट तो हुए, लेकिन उन्हें जीवनदान मिल गया, क्योंकि जसप्रीत बुमराह का पैर क्रीज के बाहर था, जो कि नो बॉल थी। उस नो बॉल की याद आते ही आज भी भारतीय फैंस गुस्से में आ जाते हैं या निराश हो जाते हैं।
आज जसप्रीत बुमराह ने उसे ही बना लिया अपना हथियार
तब Jasprit Bumrah युवा थे और आज वे काफी अनुभवी हो गये हैं। उनसे गलतियां आज भी होती हैं, लेकिन अब वे उन गलतियों को टीम के फायदे में बदलने का हुनर भी रखते हैं, जिसका उदाहरण उन्होंने एजबेस्टन टेस्ट में दे भी दिया है। एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड की पहली पारी में बुमराह ने अपने पहले सात ओवरों में ही 4 नो बॉल डाल दी, लेकिन इनमें से दो नो बॉल ने भारत को फायदा दिया।
हुआ यूं कि पारी के तीसरे ओवर में Jasprit Bumrah की आखिरी गेंद को थर्ड अंपायर ने नोबॉल करार दिया, जिसके बाद बुमराह वापस गेंदबाजी के लिये आये। पहले तो ये बात खीझ पैदा करने वाली थी, लेकिन अगली गेंद डालते ही ये खीझ जश्न में बदल गया, क्योंकि अतिरिक्त गेंद डालने का नतीजा जैक क्रॉली के विकेट के रूप में निकला।
फिर 11वें ओवर में भी यही नजारा देखने को मिला। ओवर की आखिरी गेंद नो बॉल हुई और बुमराह फिर लौटे अतिरिक्त गेंद डालने। इस बार उन्होंने ओली पोप को आउट किया। इस पर तो खुद भारतीय कप्तान भी हैरान हो गये।