कोरोना वायर’स पूरी दुनिया के लिए परे’शानी का स’बब बन चुका है। इसकी वजह से वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था पर खासा अ’सर देखने को मिल रहा है। वहीं भारतीय बाजार पर भी कुछ हद तक उथल पुथल देखने को मिल रही है। यहीं वजह है कि भारतीय रुपया मौजूदा समय में द’बाव में है, जिसकी वजह से विदेशी मुद्राओं की तुलना में गिर गया है।
रेमिटेंस एजेंसी के मुताबिक, मौजूदा समय में कोरोना आउटब्रेक की वजह से दुबई, शाहजहां, अबू धाबी से लगातार भारतीय कामगार अपने स्वदेश तेजी से ज्यादा पैसे भेज रहे हैं, क्योंकि मौजूदा समय में वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था में आयी उथल पुथल की वजह से भारतीय रूपया लगातार दबाव में है और यह विदेशी मुद्रा के मुताबिक ज्यादा गि’र गया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें, मौजूदा समय में संयुक्त अरब अमीरात से भेजे जाने वाले दिरहम के मुकाबले भारतीय रुपया अभी एक रुपए अधिक मुनाफे के साथ 20.50 रुपए दे रहा है। इसको लेकर संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले कामगारों ने बताया कि भारत में पैसा भेजने को लेकर वे बेहद खुश हैं क्योंकि वे मौजूदा समय में पहले के मुकाबले अपने घर पर कई हजार ज्यादा रुपए भेज पा रहे हैं।
देखा जाए तो, मध्यमवर्ग के स्तर के कामगार पहले के मुकाबले मौजूदा समय में करीब 5000 से 15000 रुपए ज्यादा भारत में अपने घर को भेज पा रहे हैं। रेमिटेंस एजेंसी के मुताबिक, अगर आने वाले समय में भारतीय रुपए गिरता हैं तो संयुक्त अरब अमीरात में विभिन्न स्थानों पर रह रहे भारतीय प्रवासी कामगार पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा पैसे भेज सकते है, क्योंकि उन्हें दिरहम के रुपए में तब्दील होने पर ज्यादा बेहतर रेट का लाभ मिल सकेगा।
वहीं संयुक्त अरब अमीरात के एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले अहमद शरीफ ने बताया कि उन्होंने अब तक कार्य में व्यस्त होने की वजह से सैलरी नहीं भेज पाए, लेकिन इस बात की खुशी है कि उन्होंने अब तक पैसे नहीं भेजे क्योंकि मौजूदा समय में पहले के मुकाबले ज्यादा भारतीय रूपए मिल रहे हैं और इस वक्त करीब छह हजार रुपए ज्यादा रुपए अपने परिवार को भेज पाउंगा।