दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले से तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की वजह तबलीगी जमात को बताया जा रहा है। दरअसल, दुबई में एक भारतीय ने तबलीगी जमात से जुड़े मामले में मुसलमानों को लेकर एक आपत्तिजनक ट्वीट किया। वहीं अब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में भारत के राजदूत पवन कपूर ने इसका जवाब दिया है।
पवन कपूर ने पीएमओ के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि ‘भारत और यूएई भेदभाव न करने के मूल्य को साझा करता है। भेदभाव हमारे नैतिक तानेबाने और कानून के नियमों के खिलाफ है। यूएई में मौजूद भारतीय नागरिकों को इसका ख्याल रखना चाहिए।’ भारतीय राजदूत पवन कुमार ने खाड़ी देश में रहने वाले प्रवासियों को कानून के शासन के महत्व की याद दिलाते हुए कहा कि इस तरह का व्यवहार हमारे नैतिक आचरण के खिलाफ है। बता दें, पीएमओ ने ट्वीट किया था, ‘कोविड19 किसी धर्म, जाति, संप्रदाय, रंग, भाषा और सीमा को नहीं देखता। हमारी प्रतिक्रिया और व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि जो एकता और भाइचारे को बढ़ाए। हम इसमें एकजुट हैं।’
India and UAE share the value of non-discrimination on any grounds. Discrimination is against our moral fabric and the Rule of law. Indian nationals in the UAE should always remember this. https://t.co/8Ui6L9EKpc
— Amb Pavan Kapoor (@AmbKapoor) April 20, 2020
इस बीच यूएई की राजकुमारी हेंद अल कासिमी ने भी इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि हमारा देश इस तरह के व्य वहार को सहन नहीं करेगा और ऐसे लोगों को देश छोड़ने को कहा जा सकता है।
अल कासिमी ने मोदी और कपूर द्वारा किए गए ट्वीट को साझा करते हुए कहा, “मैं भारत को जानती थी, गांधी का देश। एक देश, जिसे काफी नुकसान उठाना पड़ा। पूरी दुनिया कोविद -19 के साथ अपनी नसों पर है, लेकिन नफरत को रोकना चाहिए।”
आपको बता दें, दुनिया भर में कोरोना की वजह से 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 22 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं भारत में इस वायरस से 400 से ज्यादा लोगों की मौ’त हो गयी और 17 हज़ार से ज्यादा इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।