इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में शुक्रवार ( 15 जनवरी) को भू’कं’प के तेज झ’टके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.2 आंकी गई है। शुरूआती जानकारी के मुताबिक, इस भू’कं’प के तेज झ’टके की वजह से कम से कम 7 लोगों की मौ’त हो गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घा’यल हो गई है। फिलहाल राहत और बचाव का कार्य जारी है।
इंडोनेशिया की आपदा न्यूनीकरण एजेंसी की तरफ से जानकारी दी गई है कि भू’कंप की ती’व्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 रही। भू’कंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है। भू’कंप का केंद्र मजाने शहर से 6 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में बताया जा रहा है। भू’कंप के झ’टके करीब 7 सकेंड तक महसूस किए गए, लेकिन भू’कंप के बाद सू’नामी की चेतावनी नहीं दी गई है।
6.2 magnitude earthquake destroys buildings in Majene, Indonesia 🇮🇩 January 14. pic.twitter.com/n3jtfhtVzf
— #كابتن_غازي_عبداللطيف (@CaptainGhazi) January 14, 2021
वहीं सोशल मीडिया पर भू’कंप के बाद कई तरह के वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। इसमें देखा जा सकता है कि कई लोग अपने घरों से भा’ग रहे हैं। सड़कों के किनारे मलवों के ढेर पड़े हैं। फिलहाल राहत और बचाव के कार्च चल रहे हैं।
आखिर क्यों आता है भू’कंप
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टू’टने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भू’कंप आता है।