नो-बॉल विवाद: ऋषभ पंत-शार्दुल ठाकुर को मिली सजा, प्रवीण आमरे पर लगा एक मैच का बैन

IPL 34th Match : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) में शुक्रवार को मुंबई के वानखेड़े मैदान में दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया।

इस मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने दिल्ली कैपिटल्स को 15 रनों से पटखनी दी। एक तरफ जहां मुकाबला जीतने के साथ राजस्थान रॉयल्स की टीम शीर्ष पर पहुंच गई है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली कैपिटल्स की टीम अंक तालिका में नंबर 6 पर है।

राजस्थान रॉयल्स की टीम अब तक 7 मुकाबले खेल कर पांच में जीत हासिल कर चुकी है, जबकि दो में उसे हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में उसके कुल 10 अंक हो गए हैं। जबकि दिल्ली कैपिटल्स की टीम सात मुकाबले खेल कर सिर्फ तीन में जीत दर्ज कर पाई है जबकि 4 में उसे हार का मुंह देखना पड़ा है और दिल्ली की टीम वर्तमान में अंकतालिका में छठे नंबर पर है।

ऋषभ पंत पर लगा मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना

मैच में आखिरी ओवर में हुए नो बाॅल विवाद के दौरान ऋषभ पंत द्वारा गुस्सा होने की सजा का अब भुगतना पड़ रहा है। दरअल आईपीएल ने आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी मानते हुए पंत पर जुर्माना लगाया है। ऋषभ पंत पर मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया गया है। वहीं ऋषभ पंत ने इस आरोप और जुर्माने को स्वीकार भी कर लिया है।

ऋषभ पंत के अलावा शार्दुल ठाकुर पर मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया है।  उन्होंने भी इसे स्वीकार किया है। ऋषभ पंत को IPL आचार संहिता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.7 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। इसके अलावा शार्दुल को IPL आचार सहिंता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.8 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया।

कोच प्रवीण आमरे पर लगा एक मैच का बैन

Rishabh Pant

वहीं नो बाॅल के विवाद के समय मैदान में अंदर आने वाले दिल्ली टीम के असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे को न सिर्फ मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया गया है। इसके  साथ ही उन्हें अगले एक मैच के लिए बैन भी कर दिया गया है। आमरे को IPL आचार सहिंता के लेवल-2 के तहत आर्टिकल 2.2 नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया है।

बहस के दौरान तीसरे अंपायर को करना चाहिए था हस्तक्षेप

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आपको बता दें,  दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने मैच हारने के बाद मुकाबले में अंतिम ओवर में हुए पूरे घटनाक्रम पर अपना रिएक्शन दिया।

उन्होंने कहा,‘मुझे लगता है कि वे पूरे खेल में अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन अंत में पॉवेल ने हमें मौका दिया, मुझे लगा कि नो बॉल हमारे लिए कीमती हो सकती थी लेकिन यह मेरे नियंत्रण में नहीं है।

हां, निराश हूं लेकिन इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। हर कोई निराश था (डगआउट में) कि यह करीब भी नहीं था, मैदान में सभी ने देखा कि, मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था और कहा कि यह नो-बॉल है।’

प्रवीण आमरे को मैदान पर भेजना गलत

Rishabh Pantउन्होंने कहा,जाहिर तौर पर यह सही नहीं था (आमरे को मैदान पर भेजना) लेकिन हमारे साथ जो हुआ वह भी सही नहीं है, यह उस समय की गर्मी में हुआ। यह दोनों पक्षों की गलती थी और यह निराशाजनक है क्योंकि हमने टूर्नामेंट में कुछ अच्छी अंपायरिंग देखी है।

इतने करीब जाना निराशाजनक है, खासकर जब दूसरी टीम ने 200+ का स्कोर बनाया हो। मुझे लगता है कि हम और बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे। मैं लोगों से कह सकता हूं कि अपनी ठुड्डी को ऊपर रखें और अगले की तैयारी करें।”

ऋषभ पंत ने अपने बल्लेबाजों को वापस बुलाने का किया था इशारा, रोकना पड़ा था मैच

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लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने निर्धारित 20 और खेल कर आठ विकेट के नुकसान पर 207 रन ही बनाए। ऐसे में उसे 15 रनों की हार झेलनी पड़ी। दिल्ली कैपिटल्स को मुकाबला जीतने के लिए मैच के अंतिम ओवर में 36 रनों की दरकार थी।

लास्ट ओवर में बल्लेबाजी कर रहे Rowman Pavel ने Obed Maikaay के ओवर की शुरुआत की 3 गेंदों को छक्कों के लिए बाउंड्री के बाहर भेज दिया था मगर तीसरी गेंद को अंपायर द्वारा नो बॉल करार नहीं दिए जाने पर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने मैदान में मौजूद अपने बल्लेबाजों को बाहर बुलाने के लिए इशारा किया। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के सहायक कोच प्रवीण आमरे नो बॉल चेक करने का इशारा करते दिखाई दिए। ऐसी स्थिति में मैच को कुछ देर के लिए ठप करना पड़ा।

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