इंडियन प्रीमियर लीग (IPL2022) में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की टीम का बीते रविवार काफी अच्छा गुजरा। रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) द्वारा टीम की कप्तानी छोड़ी जाने के बाद एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में टीम ने जीत हासिल की है।
रविवार के दिन खेले गए मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) की टीम को महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने मात दी है। मुकाबला जीतने के बाद कप्तान के तौर पर बातचीत करते हुए बताया कि रविंद्र जडेजा को पिछले साल ही इस बात की जानकारी दे दी गई थी कि उनके पास कप्तानी के लिए खुद को तैयार करने के लिए मौका है।
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने कप्तान के तौर पर वापसी को लेकर जवाब देते हुए कहा कि कप्तान बदलने से चीजें इतने आराम से नहीं बदलती। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप एक ही ड्रेसिंग रूम साझा कर रहे हैं तो वही बातें दोहराई जाती रहती हैं।
धोनी ने हैदराबाद के खिलाफ मैच के बाद जडेजा के कप्तानी छोड़ने के फैसले पर बात करते हुए कहा कि कप्तानी के बोझ की वजह से जडेजा के दिमाग पर काफी असर पड़ रहा था।
मुझे और जडेजा को पहले से पता था इस बारे में
चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी से रविंद्र जडेजा की अलग होने पर महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने बात करते हुए कहा,” रविंद्र जडेजा को पिछले सत्र में ही पता लग गया था कि उन्हें इस सीजन में कप्तानी करने का मौका मिल सकता है। यह मेरे और जडेजा की बात थी। ऐसे में उनके पास तैयारी का भरपूर मौका था।”
दो मुकाबलों के बाद छोड़ दिया था कप्तान के फैसले में दखल देना
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने मुकाबला जीतने के बाद बातचीत करते हुए कहा कि मैंने शुरू के दो मुकाबलों में चीजों में हस्तक्षेप किया। मगर उसके बाद रविंद्र जडेजा पर ही निर्णय लेने की जिम्मेदारी छोड़ दी।
ऐसा इसलिए क्योंकि सत्र के आखिर में कोई भी नहीं चाहता है कि मैं सिर्फ टॉस के लिए था। टीम की अगुवाई कोई और ही कर रहा था। टीम में बदलाव का हिस्सा।
जडेजा के प्रदर्शन पर पड़ रहा था कप्तानी का असर
चेन्नई सुपर किंग्स की दोबारा कमान संभालने के बाद महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने कहा कि कप्तानी संभालने के दौरान रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन पर इसका साफ असर दिखाई पड़ रहा था। धोनी ने बताया कि, “जब कोई भी खिलाड़ी कप्तान बनता है तो उसके साथ में कई चीजें होती हैं क्योंकि इसका असर खेल पर भी पड़ता है।
ठीक वैसा ही रविंद्र जडेजा के साथ भी हुआ। मुझे लगता है कि कप्तानी ने उनकी तैयारी और प्रदर्शन पर बोझ डाला, लेकिन अब हमें एक ऑलराउंडर खिलाड़ी के तौर पर रविंद्र जडेजा चाहिए जो टीम को मैच जिता सके।”